भोपाल| मां दुर्गा के कई रूप देखें हैं लेकिन राजधानी में मां का एक ऐसा रूप है जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. यह रूप है मां का बाल स्वरूप. खास बात तो ये है कि मां के इस मंदिर में फ्रॉक और चप्पल चढ़ाने की परंपरा है.
कोलार क्षेत्र में स्थित इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. कहते हैं कि इस मंदिर नें मां बालस्वरूप में मौजूद हैं. मान्यता है कि मां के दरबार में मांगी गई हर मनोकामना पूरी हो जाती हैं. क्योंकि इस मंदिर में मां बाल्यरूप में मौजूद हैं इसलिए उन्हें वही चीजें पसंद है जो बच्चों को होती हैं. इसलिए भक्त चढ़ावे में फ्रॉक, चश्मा और चप्पल जैसी चीजें चढ़ावे में देते हैं.
पुजारी बताते हैं कि श्रद्धालु अपनी मनेकामना पूरी होने पर चप्पल चढ़ाते हैं. इस मंदिर का निर्माण 25 साल पहले एक पहाड़ी पर हुआ था तब से ही नवरात्र में कई भक्त मां के दरबार में अपनी अर्जी लगाने पहुंचते हैं.