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कैंसर के मरीजों के लिए बुरी खबर, हमीदिया में इस महीने से बंद हो जाएगी टैलीथेरेपी

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कैंसर के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कोबाल्ट मशीन इस महीने बन्द कर दी जाएगी. और अब तक इसके लिए अस्पताल प्रबंधन शासन से नई मशीन की अनुमति नहीं ले पाया है.

हमीदिया में इस महीने से बंद हो जाएगी टैलीथेरेपी
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Published : Apr 2, 2019, 8:07 PM IST

भोपाल| हमीदिया अस्पताल में कैंसर के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कोबाल्ट मशीन इस महीने बन्द कर दी जाएगी. अब तक इसके लिए प्रबंधन शासन से नई मशीन की अनुमति नहीं ले पाया है.

हमीदिया में इस महीने से बंद हो जाएगी टैलीथेरेपी

कोबाल्ट मशीन से होने वाली टैलीथेरेपी अप्रैल तक और बेकरी थेरेपी अगस्त तक ही हो पाएगी इसके बाद मशीनें ऑफ मोड में चली जाएंगी. इस बारे में जब गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ अरुणा कुमार से पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मशीन को और ज्यादा क्रियाशील बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब तक शासन से अनुमति नहीं मिलती नई मशीन नहीं लगा सकते. डीन ये नहीं बता पाई कि इसमें कितना समय लगेगा.

अस्पताल में लगी कोबाल्ट मशीन करीब 36 साल पुरानी है. मशीन से पहले 1 दिन में 45 मरीजों की रेडियोथैरेपी की जाती थी पर अब मशीन पुरानी होने के कारण 1 दिन में सिर्फ 20 मरीजों की ही थैरेपी हो पाती है. ऐसे में यदि जल्द ही नई यूनिट को नहीं लगाया गया तो कैंसर के मरीजों को इलाज में दिक्कत हो सकती है.

भोपाल| हमीदिया अस्पताल में कैंसर के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कोबाल्ट मशीन इस महीने बन्द कर दी जाएगी. अब तक इसके लिए प्रबंधन शासन से नई मशीन की अनुमति नहीं ले पाया है.

हमीदिया में इस महीने से बंद हो जाएगी टैलीथेरेपी

कोबाल्ट मशीन से होने वाली टैलीथेरेपी अप्रैल तक और बेकरी थेरेपी अगस्त तक ही हो पाएगी इसके बाद मशीनें ऑफ मोड में चली जाएंगी. इस बारे में जब गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ अरुणा कुमार से पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मशीन को और ज्यादा क्रियाशील बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब तक शासन से अनुमति नहीं मिलती नई मशीन नहीं लगा सकते. डीन ये नहीं बता पाई कि इसमें कितना समय लगेगा.

अस्पताल में लगी कोबाल्ट मशीन करीब 36 साल पुरानी है. मशीन से पहले 1 दिन में 45 मरीजों की रेडियोथैरेपी की जाती थी पर अब मशीन पुरानी होने के कारण 1 दिन में सिर्फ 20 मरीजों की ही थैरेपी हो पाती है. ऐसे में यदि जल्द ही नई यूनिट को नहीं लगाया गया तो कैंसर के मरीजों को इलाज में दिक्कत हो सकती है.

Intro:भोपाल-हमीदिया अस्पताल में कैंसर के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कोबाल्ट मशीन इस महीने बन्द कर दी जाएगी और अब तक इसके लिए प्रबंधन शासन से नई मशीन की अनुमति नहीं ले पाया है।
कोबाल्ट मशीन से होने वाली टैलीथेरेपी अप्रैल तक और बेकरी थेरेपी अगस्त तक ही हो पाएगी इसके बाद मशीन ऑफ मोड में चली जाएगी।


Body:इस बारे में जब गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ अरुणा कुमार से पूछा गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उसे और ज्यादा क्रियाशील बनाने की कोशिश की जा रही है और जब तक शासन से अनुमति नहीं मिलती, नई मशीन नहीं लगा सकते,पर इसमें कितना समय लगेगा डीन यह नहीं बता पाए।


Conclusion:गौरतलब है कि अस्पताल में लगी कोबाल्ट मशीन करीब 36 साल पुरानी है। इससे पहले 45मरीजों की रेडियोथैरेपी की शादी थी पर अब मशीन पुरानी होने के कारण 1 दिन में सिर्फ 20 मरीजों की ही रेडियोथैरेपी हो पाती है।
ऐसे में यदि जल्द ही नहीं यूनिट को नहीं लगाया गया तो कैंसर के मरीजों को इलाज में दिक्कत हो सकती है।
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