भोपाल। साल 2022 के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत (Surya Grahan Timings) 4 बजकर 28 मिनट से होगी. इसकी समाप्ति शाम 5 बजकर 30 मिनट पर है. सूतक काल (Surya Grahan Sutak Kaal) सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. ये सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो गया है, जो शाम पांच बजकर 42 मिनट तक रहेगा. धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहण को अशुभ मानने के कारण गर्भवती महिलाएं अगर घर से बाहर नहीं निकलती हैं तो महिला और शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता है. आइए जानते हैं गर्भवती महिलाएं इस सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्याल रखना चाहिए. (surya grahan me pregnant ladya kya kare) (Surya Grahan Sutak Kaal) ( Sura Grahan Pregnant Women) (Surya Grahan 2022) (Surya Grahan Timing)
गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी:
- मान्यता के अनुसार गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान बिस्तर पर सीधा होकर लेट जाना चाहिए.
- जब तक ग्रहण पड़े तब तक करवट नहीं लेनी चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को गलती से भी चाकू, छुरी जैसी धारदार चीजों को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई या काटने-छीलने के काम से बचना चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए. इस दौरान घर के अंदर रहना बेहतर होता है.
- ग्रहण के समय उत्सर्जित होने वाली नकारात्मक ऊर्जा गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकती है.
- गर्भवती महिला को ग्रहण काल में बिना देव मूर्ति स्पर्श किए जप करना चाहिए.
ग्रहण के बाद ऐसे करें स्नान: सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि, वह भोजन ना करें. इस दौरान वह केवल फलाहार करें. इसके अलावा किसी भी तरह की नुकीली वस्तुओं से दूर रहें. इससे होने वाले शिशु को नुकसान हो सकता है. सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है कि, सूर्य ग्रहण के दौरान बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए. ग्रहण जब खत्म हो जाएं तब सबसे पहले गर्भवती महिला को स्नान करना चाहिए, अगर यह संभव हो तो नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं.
ग्रहण के प्रकोप से बचने का उपाय: सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं सूर्य देव की पूजा कर सकती हैं. इसके अलावा उन्हें आदित्य ह्द्य स्त्रोत और सूर्या अष्टक स्त्रोत का पाठ करना चाहिए. ग्रहण के प्रकोप से खुद को और अपने गर्भस्थ शिशु को बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं को मंत्रों का जाप करना चाहिए. मंत्रों का जाप करने से गर्भवती महिलाओं के ऊपर तरंगों का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है.
डिस्क्लेमर: इस पाठ्य सामग्री को आम धारणाओं के आधार पर लिखा गया है. ETV-भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है.