भोपाल। भोज मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर शहर में तेजी से काम चल रहा है. करोंद से एम्स के बीच बनने वाले रेलवे ट्रैक को पर्पल रूट नाम दिया गया है. पहले चरण के पर्पल रूट के सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है, इस रूट की लंबाई 16.05 किलोमीटर होगी.
रेड रुट जो कि भदभदा से रत्नागिरी के बीच बनेगा उसका सर्वे भी शुरु कर दिया गया है, जिसके तहत पहले दिन राजभवन से बोगदा पुल तक का सर्वे किया गया। सर्वे टीम में मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारियों सहित शहर सर्कल की राजस्व टीम शामिल रही.
टीम ने राजभवन से सर्वे शुरु किया, जिसके तहत कुछ सरकारी और निजी इमारतें रूट में आ रही हैं, जबकि लिलि टॉकीज चौराहे से चिकलोद रोड की ओर करीब 150 मकान मेट्रो ट्रैक की जद में आ रहे है। इसी तरह जिंसी से भी बिल्डिंग और 23 दुकानों को हटाया जाना है. मेट्रो के लिए चल रहे सर्वे में शहर वृत्त सर्कल के तहसीलदार देवेंद्र चौधरी ने राजभवन से सर्वे शुरू किया. यहां मिंटो हॉल के सामने एक स्टेशन प्रस्तावित है. जिसके लिए जमीन चिन्हित की गई.
इधर एसडीएम, तहसीलदार राजस्व नक्शों के माध्यम से मेट्रो अफसरों के साथ रूट में पढ़ने वाली प्राइवेट सरकारी प्रॉपर्टी को चिन्हित कर रहे हैं. लाल निशान से निजी और नीले से सरकारी प्रॉपर्टी चिन्हित की जा रही है, जहां भी प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण होगा उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. वहीं जिनके मकान 50% तक टूटेंगे उन्हें पूरे मकान का मुआवजा मिलेगा. इस रूट में अतिक्रमण दूर करना और प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.
भोज मेट्रो के काम ने पकड़ी रफ्तार, दूसरे रूट का सर्वे शुरू - भोपाल
भोज मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर शहर में तेजी से काम चल रहा है जिसके लिए सर्वे किया जा रहा है. इसके लिए निजी और सरकारी प्रॉपर्टी चिन्हित की जा रही हैं, जिन्हें हटाया जाना है.
भोपाल। भोज मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर शहर में तेजी से काम चल रहा है. करोंद से एम्स के बीच बनने वाले रेलवे ट्रैक को पर्पल रूट नाम दिया गया है. पहले चरण के पर्पल रूट के सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है, इस रूट की लंबाई 16.05 किलोमीटर होगी.
रेड रुट जो कि भदभदा से रत्नागिरी के बीच बनेगा उसका सर्वे भी शुरु कर दिया गया है, जिसके तहत पहले दिन राजभवन से बोगदा पुल तक का सर्वे किया गया। सर्वे टीम में मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारियों सहित शहर सर्कल की राजस्व टीम शामिल रही.
टीम ने राजभवन से सर्वे शुरु किया, जिसके तहत कुछ सरकारी और निजी इमारतें रूट में आ रही हैं, जबकि लिलि टॉकीज चौराहे से चिकलोद रोड की ओर करीब 150 मकान मेट्रो ट्रैक की जद में आ रहे है। इसी तरह जिंसी से भी बिल्डिंग और 23 दुकानों को हटाया जाना है. मेट्रो के लिए चल रहे सर्वे में शहर वृत्त सर्कल के तहसीलदार देवेंद्र चौधरी ने राजभवन से सर्वे शुरू किया. यहां मिंटो हॉल के सामने एक स्टेशन प्रस्तावित है. जिसके लिए जमीन चिन्हित की गई.
इधर एसडीएम, तहसीलदार राजस्व नक्शों के माध्यम से मेट्रो अफसरों के साथ रूट में पढ़ने वाली प्राइवेट सरकारी प्रॉपर्टी को चिन्हित कर रहे हैं. लाल निशान से निजी और नीले से सरकारी प्रॉपर्टी चिन्हित की जा रही है, जहां भी प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण होगा उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. वहीं जिनके मकान 50% तक टूटेंगे उन्हें पूरे मकान का मुआवजा मिलेगा. इस रूट में अतिक्रमण दूर करना और प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.
* लिली टॉकीज चौराहे से जिंसी तक 180 मकान दो धार्मिक स्थल और एक अस्पताल मेट्रो रूट की ज़द में।
भोपाल। भोज मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर शहर में तेजी से काम चल रहा है। पहले चरण के पर्पल रूट के सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। करोंद से एम्स के बीच बनने वाले रेलवे ट्रैक को पर्पल रूट नाम दिया गया है। इस रूट की लंबाई 16.05 किलोमीटर होगी।
सुभाष नगर से एम्स के बीच ट्रैक का काम शुरू हो चुका है।
रेड रुट जो कि भदभदा से रत्नागिरी के बीच बनेगा उसका सर्वे भी मंगलवार से शुरु कर दिया गया है। जिसके तहत पहले दिन राजभवन से बोगदा पुल तक का सर्वे किया गया। सर्वे टीम में मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारियों सहित शहर सर्कल की राजस्व टीम शामिल रही। टीम ने राजभवन से सर्वे शुरु किया, जिसके तहत कुछ सरकारी व निजी इमारत रूट में आ रही है, जबकि लिलि टॉकीज चौराहे से चिकलोद रोड की ओर करीब 150 मकान मेट्रो ट्रैक की ज़द में आ रहे है। इसी तरह जिंसी से भी बिल्डिंग और 23 दुकानों को हटाया जाना है। आज भी सर्वे का काम जारी रहेगा। Body:मेट्रो के लिए चल रहे सर्वे में शहर वृत्त सर्कल के तहसीलदार देवेंद्र चौधरी ने मंगलवार को राजभवन से सर्वे शुरू किया। यहां मिंटो हॉल के सामने एक स्टेशन प्रस्तावित है। जिसके लिए जमीन चिन्हित की गई यह जमीन सरकारी है। इसके आगे लाल परेड ग्राउंड की ओर पुलिस विभाग की बिल्डिंग रूट में आ रही है। लिली टॉकीज चौराहे और चिकलोद रोड पर अतिक्रमण है, इसे हटाना पड़ेगा। जिंसी चौराहे पर 40 साल पुरानी बिल्डिंग सहित 23 अन्य भवन और दुकानें भी रूट की जद में हैं। इनको मार्च तक हटने के नोटिस पहले ही दिए जा चुके हैं। पुल बोगदा पर मेट्रो की पर्पल और रेड लाइन का जंक्शन रहेगा जहां यात्री रूट बदलकर पर्पल से रेड लाइन पर जा सकेंगे।
Conclusion:Byte - देवेंद्र चौधरी (तहसीलदार)
एसडीएम तहसीलदार राजस्व नक्शों के माध्यम से मेट्रो अफसरों के साथ रूट में पढ़ने वाली प्राइवेट सरकारी प्रॉपर्टी को चिन्हित कर रहे हैं। लाल निशान से निजी और नीले से सरकारी प्रॉपर्टी चिन्हित की जा रही है। जहां भी प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण होगा उन्हें कलेक्टर रेट के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। जिनके मकान का 50% तक टूटेंगे उन्हें पूरे मकान का मुआवजा मिलेगा। इस रूट में अतिक्रमण दूर करना और प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।