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लॉकडाउन के कारण कई राज्यों के फंसे छात्र, सोशल मीडिया के जरिए लगाई मदद की गुहार

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Published : May 13, 2020, 2:51 PM IST

Updated : May 18, 2020, 10:40 AM IST

देशभर में कोविड-19 के कहर से बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया है. जिसके चलते कई दूसरे राज्यों के छात्र मध्य प्रदेश में फंस गए हैं. इसी कड़ी में छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

students strand in lockdown
छात्रों ने लगाई मदद की गुहार

भोपाल। लॉकडाउन के चलते कई राज्यों के छात्र मध्य प्रदेश में फंस गए हैं. अपने घर-परिवार से दूर हॉस्टल और रूम में बस यही सोचकर दिन काट रहे हैं कि कब लॉकडाउन खुलेगा और परीक्षाएं देकर वे अपने घर के लिए वापस रवाना होंगे. इसी कड़ी में छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. बता दें बहुत से छात्र अपनी परीक्षााओं को लेकर अलग-अलग जगह रुक गए थे जिनकी मांग अब बस यही है कि जल्द से जल्द परीक्षाएं हों और फिर उन्हें घर के लिए रवाना किया जाए.

छात्रों ने लगाई मदद की गुहार
मध्य प्रदेश में कई राज्यों के हजारों छात्र फंसे हुए हैं. यह छात्र इस असमंजस में यहां रुके हैं कि न जाने कब परीक्षाओं की तारीख घोषित कर दी जाए. भोपाल के छात्रावासों में हजारों की संख्या में छात्र हैं, जो अपने घर-परिवार से दूर लॉकडाउन में यहां फंसे हुए हैं. कुछ दिन पहले ही सरकार ने जम्मू-कश्मीर के 365 छात्रों को उनके घर पहुंचाया साथ ही लद्दाख के लिए भी 54 छात्र रवाना हुए थे. इसी के बाद अब प्रदेश में अब हजारों की संख्या में छात्र घर जाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन की पीड़ा: रास्ते में हुई डिलीवरी, 2 घंटे बाद पैदल तय करना पड़ा 150 किमी. दर्द का सफर

छात्रों का कहना है कि वह परीक्षाओं के कारण अपने घर की ओर नहीं लौटे लेकिन अब परीक्षाएं स्थगित हैं और जून से पहले नहीं होने वाली. आमतौर पर मई में महाविद्यालय खाली हो जाते थे. हॉस्टल से भी छात्र चले जाते थे लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस साल छात्रों को गर्मियों की छुट्टियां नसीब तो हुई लेकिन यह छुट्टियां बोरिंग हैं क्योंकि छात्र अपने घर परिवार से दूर हैं.
ये भी पढ़ें- गर्भवती पत्नी, साथ में बेटी, रस्सी की गाड़ी के सहारे तय किया 800 किलोमीटर का सफर

कई छात्र हॉस्टल में रहते हैं वे जैसे-तैसे समय काट रहे हैं और लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन कई छात्र जो रूम लेकर रहते हैं उन्हें खाने-पीने की समस्याएं आ रही है. लॉकडाउन के चलते उन्हें टिफिन नहीं मिल पा रहे हैं और जो खाना वे बाहर खाते थे अब वह पूरी तरह से बंद है.

हालांकि, सोशल मीडिया पर छात्रों ने जो ट्वीट किए हैं उसका असर सरकार पर जरूर हुआ है. वहीं विपक्ष के नेता दिग्विजय सिंह इन छात्रों को सपोर्ट कर रहे हैं, इससे पहले भी जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर इन छात्रों की मदद करने की बात कही थी. अब अन्य राज्यों में फंसे छात्रों के ट्वीट को भी दिग्विजय सिंह ने गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार से इन छात्रों को उनके घर पहुंचाने की मांग की है.

भोपाल। लॉकडाउन के चलते कई राज्यों के छात्र मध्य प्रदेश में फंस गए हैं. अपने घर-परिवार से दूर हॉस्टल और रूम में बस यही सोचकर दिन काट रहे हैं कि कब लॉकडाउन खुलेगा और परीक्षाएं देकर वे अपने घर के लिए वापस रवाना होंगे. इसी कड़ी में छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. बता दें बहुत से छात्र अपनी परीक्षााओं को लेकर अलग-अलग जगह रुक गए थे जिनकी मांग अब बस यही है कि जल्द से जल्द परीक्षाएं हों और फिर उन्हें घर के लिए रवाना किया जाए.

छात्रों ने लगाई मदद की गुहार
मध्य प्रदेश में कई राज्यों के हजारों छात्र फंसे हुए हैं. यह छात्र इस असमंजस में यहां रुके हैं कि न जाने कब परीक्षाओं की तारीख घोषित कर दी जाए. भोपाल के छात्रावासों में हजारों की संख्या में छात्र हैं, जो अपने घर-परिवार से दूर लॉकडाउन में यहां फंसे हुए हैं. कुछ दिन पहले ही सरकार ने जम्मू-कश्मीर के 365 छात्रों को उनके घर पहुंचाया साथ ही लद्दाख के लिए भी 54 छात्र रवाना हुए थे. इसी के बाद अब प्रदेश में अब हजारों की संख्या में छात्र घर जाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.

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छात्रों का कहना है कि वह परीक्षाओं के कारण अपने घर की ओर नहीं लौटे लेकिन अब परीक्षाएं स्थगित हैं और जून से पहले नहीं होने वाली. आमतौर पर मई में महाविद्यालय खाली हो जाते थे. हॉस्टल से भी छात्र चले जाते थे लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस साल छात्रों को गर्मियों की छुट्टियां नसीब तो हुई लेकिन यह छुट्टियां बोरिंग हैं क्योंकि छात्र अपने घर परिवार से दूर हैं.
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कई छात्र हॉस्टल में रहते हैं वे जैसे-तैसे समय काट रहे हैं और लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन कई छात्र जो रूम लेकर रहते हैं उन्हें खाने-पीने की समस्याएं आ रही है. लॉकडाउन के चलते उन्हें टिफिन नहीं मिल पा रहे हैं और जो खाना वे बाहर खाते थे अब वह पूरी तरह से बंद है.

हालांकि, सोशल मीडिया पर छात्रों ने जो ट्वीट किए हैं उसका असर सरकार पर जरूर हुआ है. वहीं विपक्ष के नेता दिग्विजय सिंह इन छात्रों को सपोर्ट कर रहे हैं, इससे पहले भी जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर इन छात्रों की मदद करने की बात कही थी. अब अन्य राज्यों में फंसे छात्रों के ट्वीट को भी दिग्विजय सिंह ने गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार से इन छात्रों को उनके घर पहुंचाने की मांग की है.

Last Updated : May 18, 2020, 10:40 AM IST
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