भोपाल। इंटरनल एग्जाम में तीन विषयों में फेल होने पर दसवीं कक्षा की एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामला सामने आने के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी छात्रा के परिवार से मिलने पहुंचे.
राजधानी के एक स्कूल में पढ़ने 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 साल की छात्रा ने इंटरनल एग्जाम में फेल होने पर आत्महत्या कर ली. फेल होने से मृतका बेहद दुखी थी और शुक्रवार को वो स्कूल भी नहीं गई, शुक्रवार दोपहर जब घर में कोई नहीं था तब उसने घर में साड़ी से खुदको फांसी लगा ली.
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने इस पूरे मामले पर दुख जताते हुए कहा कि एक छात्रा ने अपनी जीवन लीला सिर्फ इसलिए समाप्त कर दी क्योंकि उसे परीक्षा में मनमाफिक नंबर नहीं मिले. प्रदेश के सभी बच्चों से अपील करता हूं कि परीक्षाएं आती रहती हैं, बच्चे और भी मेहनत करें, मन लगाकर पढ़ाई करें और मनचाहा परिणाम हासिल करें. मेरा सभी अभिभावकों से भी आग्रह है कि बच्चों को किसी दबाव में ना आने दें.