भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार राहत की राशि नहीं दे पा रही है और कहते हैं शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार से पैसा लेकर आएं. जबकि संघीय ढांचे के मुताबिक राज्य सरकार राहत की राशि की मांग केंद्र से कर सकती है. शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री और मंत्री ये बने बैठे हैं और कहते हैं शिवराज पैसा लेकर आए, तो काहे के लिए कुर्सी पर बैठे हैं. वहीं खेल मंत्री जीतू पटवारी के शिवराज के घर पर धरना देने के बयान पर उनका कहना है कि वो आएं मेरे घर धरना देने.
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते आई बाढ़ ने कई जिलों की फसलों को बर्बाद कर दिया है. वहीं आम जन-जीवन भी इससे प्रभावित हुआ है और बड़ी संख्या में लोगों का नुकसान हुआ है. इसके चलते प्रदेश सरकार केंद्र पर राहत राशि ना देने का आरोप लगा रही है. एक दिन पहले खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा था कि पहले शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार के खिलाफ बहुत धरना देते थे, अब मुझे लगता है केंद्र से पैसा लाने के लिए उनके घर पर धरना देना होगा. इस पर शिवराज ने उनका स्वागत किया है और कहा है कि वो मेरे घर धरना देने आएं.
कुल मिलाकर ये माना जाए कि प्रदेश में किसानों के नाम पर एक बार फिर से सियासत शुरू हो चुकी है और दोनों राजनीतिक पार्टी अपने आप को किसानों का मसीहा साबित करने पर तुली हुई हैं. जहां एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार पार्षदों के बीच जाकर दौरा कर रहे हैं, नुकसान का जायजा ले रहे हैं. वहीं कांग्रेस उनके इस क्रियाकलाप को ढोंग बता रही है और इसके बदले केंद्र सरकार से पैसा लाने की बात कर रही है.