भोपाल। 'इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन ऑर रिवर्स' के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मां नर्मदा के संरक्षण के लिए ट्वीट कर सरकार और जनता से मां नर्मदा की रक्षा के लिए अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 'जीवनदायिनी नदियों की रक्षा के लिए केवल सरकार और संगठनों की ओर आस लगाकर देखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि हम सबको इस पुनीत ध्येय की प्राप्ति के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी. आइए संकल्प लें और साथ कदम बढ़ाएं.
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जीवनदायिनी नदियों की रक्षा के लिए केवल सरकार और संगठनों की ओर आस लगाकर देखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि हम सबको इस पुनीत ध्येय की प्राप्ति के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। आइये, संकल्प लें और साथ कदम बढ़ाएं! #InternationalDayofActionforRivers
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">जीवनदायिनी नदियों की रक्षा के लिए केवल सरकार और संगठनों की ओर आस लगाकर देखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि हम सबको इस पुनीत ध्येय की प्राप्ति के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। आइये, संकल्प लें और साथ कदम बढ़ाएं! #InternationalDayofActionforRivers
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020जीवनदायिनी नदियों की रक्षा के लिए केवल सरकार और संगठनों की ओर आस लगाकर देखने से काम नहीं चलेगा, बल्कि हम सबको इस पुनीत ध्येय की प्राप्ति के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। आइये, संकल्प लें और साथ कदम बढ़ाएं! #InternationalDayofActionforRivers
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020
लगातार बढ़ रहे नदियों में प्रदूषण और अस्तित्व को बचाने के लिए आज का दिन मनाया जाता है,ताकि लोगों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हो और जीवनदायिनी नदियों को लेकर सरकार और जनता साथ मिलकर जरूरी कमद उठाए.
आगे शिवराज सिंह ने ट्वीट कर लोगों से नदी के तट पर पौधे लगाने की अपील करते हुए लिखा है कि ' नदियां हमारी माता हैं, इनकी रक्षा से ही धरा पर जीवन बचेगा. आइये, हम सब मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मां नर्मदा के संरक्षण के लिए इसके तट पर पौधे लगाने और अवैध रेत उत्खनन को रोकने का संकल्प लें'.
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त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
नमामि देवी नर्मदे, नमामि देवी नर्मदे!
हे मां नर्मदे, हम आपकी सेवा के लिए संकल्पित हैं। ऐसे ही अपने आशीर्वाद से मध्यप्रदेश को सिंचित और धन्य करती रहो। मां रेवा के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! #InternationalDayofActionforRivers
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020
नमामि देवी नर्मदे, नमामि देवी नर्मदे!
हे मां नर्मदे, हम आपकी सेवा के लिए संकल्पित हैं। ऐसे ही अपने आशीर्वाद से मध्यप्रदेश को सिंचित और धन्य करती रहो। मां रेवा के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! #InternationalDayofActionforRiversत्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 14, 2020
नमामि देवी नर्मदे, नमामि देवी नर्मदे!
हे मां नर्मदे, हम आपकी सेवा के लिए संकल्पित हैं। ऐसे ही अपने आशीर्वाद से मध्यप्रदेश को सिंचित और धन्य करती रहो। मां रेवा के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! #InternationalDayofActionforRivers
मां नर्मदा के अस्तित्व को बचाने के प्रयास
हालांकि प्रदेश में नदियों के बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इससे सिर्फ नदी नहीं बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित किया जा रहा है. ऐसे कोई भी कार्य जिससे नदियों में प्रदूषण फैलता या उसका अस्तित्व खतरे में पड़ता है, इसके लिए जनसमुदाय के साथ ही कई संस्थाएं काम कर रही हैं ताकि वे नदियों को बचा सकें. नर्मदा नदी पर बांधों के खिलाफ आंदोलन करने वालों में मेधा पाटकर की अहम भूमिका रही है. इनके साथ ही शहर के साहित्यकार अमृतलाल वेगड़ ने भी नर्मदा को संरक्षित करने के लिए काफी काम किया.