भोपाल। ब्लैक फंगस के खिलाफ प्रदेश की शिवराज सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है. टीम में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, एसीएस एसपी दुबे और हमीदिया के अधीक्षक डॉक्टर लोकेंद्र दवे शामिल हैं. बीमारी के इलाज में एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन कारगर साबित हो रहे हैं, जिसे पूरे प्रदेश में सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. शासन द्वारा इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा इन पांच मेडिकल कॉलेज को यह इंजेक्शन फ्री में उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
टास्क फोर्स का किया गठन
दरअसल, मरीज के परिजन इन अस्पतालों में आकर इंजेक्शन ले रहे हैं, लेकिन इसकी आपूर्ति मांग के लिहाज से अभी भी नहीं हो पा रही है. सरकार ने इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया है. जिसकी निगरानी में ब्लैक फंगस से निपटने के लिए टीम मेडिकल कॉलेजों पर तैनात है. मंगलवार को हमीदिया के एडमिन ब्लॉक में पुलिस की मौजूदगी में मरीजों के परिजनों को एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन का अप्रूवल दिया गया. सुबह से ही यहां दो पुलिसकर्मी हेल्प डेस्क पर नजर बनाए रहे. देर रात तक यहां मरीज के परिजन आते रहे अप्रूवल मिलने के बाद हमीदिया के मेडिकल स्टोर से ही इंजेक्शन प्राप्त किए.
इंजेक्शन के लिए हेल्प डेस्क शुरू
गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर जितेन शुक्ला ने बताया कि एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन के लिए हेल्प डेस्क शुरू की है. यहां से हमीदिया अस्पताल में भर्ती मरीजों के अलावा बाहर के लोगों को भी इंजेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उनके दस्तावेज जमा करने के बाद उन्हें मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन वितरित किए जा रहे, लेकिन मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हमारे पास जितने इंजेक्शन आते हैं. उनसे मरीज के अटेंडर्स की मांग के लिहाज से आपूर्ति करने में कठिनाई आ रही है. इसलिए कई बार यहां बड़ी संख्या में मरीज के परिजन जमा होने लगते हैं.
कुछ को इंजेक्शन मिले कुछ खाली हाथ लौटे
मंगलवार को हमीदिया पहुंचे मरीजों के परिजन एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन की मांग को लेकर परेशान होते रहे. दोपहर तक इन मरीजों के परिजनों को 4-4 इंजेक्शन दिए गए. इसके बाद सिर्फ 2 इंजेक्शन देकर ही इन्हें वापस लौटा दिया गया. कुछ लोगों को तो एक भी इंजेक्शन नहीं मिल पाया. उन्होंने सुबह से शाम तक अपनी बारी का इंतजार किया, लेकिन काउंटर से उन्हें मना कर वापस लौटा दिया गया. परिजनों ने बताया कि सुबह से कागज लेकर डीन ऑफिस आ गए थे, लेकिन शाम तक उन्हें एक भी इंजेक्शन नहीं मिल सका. डॉक्टर का कहना है कि उनके मरीज को रोजाना 4 से 6 इंजेक्शन चाहिए. इस मामले में जीएमसी के डीन डॉ जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि उनके पास केवल 300 एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन की सप्लाई आई है. इनमें से 80 इंजेक्शन बाहर के मरीजों के लिए हैं. 220 इंजेक्शन हमीदिया में भर्ती मरीजों के इलाज में लिए जा रहे हैं. 2 दिन में 160 इंजेक्शन हमीदिया के बाहर अन्य अस्पतालों में भर्ती मरीजों को पहुंचाए जा चुके हैं.
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सीएम ने किया टास्क फोर्स का गठन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्लैक फंगस से निपटने के लिए टास्क फोर्स टीम बनाने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि ब्लैक फंगस तेजी से कोरोना पॉजिटिव और पोस्ट कॉविड मरीजों को संक्रमित कर रहा है. म्यूकर माइकोसिस से अब तक प्रदेश भर में 573 मरीज संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 31 मरीज की मौत हो चुकी है. हमीदिया में पिछले दो दिनों में 2 मरीज की संक्रमण से मौत हो चुकी है, जबकि अभी 50 से अधिक मरीजों का इलाज जारी है.