भोपाल। कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को लेकर साशन-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इस बीच प्रदेश की शिवराज सरकार ने यहां धार्मिक गतिविधियों में राहत दी है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी नए निर्देशों के मुताबिक, एक समय में ज्यादा से ज्यादा 50 व्यक्ति पूजा कर सकेंगे या पूजन में सम्मिलित हो सकेंगे. सभी धार्मिक और पूजा स्थलों (ईदगाह को छोड़कर) में स्थान की उपलब्धता को देखते हुए एक समय में अधिकतम 50 व्यक्ति ही पूजा कर सकेंगे. साथ ही गृह मंत्रालय ने कहा की कोविड-19 को रोकने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल जारी रहेगा.
प्रतिबंध हटाने का प्रक्रिया शुरू
दरअसल, प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आ रही है. इसके चलते सार्वजनिक स्थानों पर लगा प्रतिबंध हटाया जा रहा है, पिछले हफ्ते में देखा था की शादियों और रेस्टोरेंट में संख्या बल के प्रतिबंध हटाए गए थे. सिनेमाघरों को खोलने की भी अनुमति दी गई, हालांकि कुछ शर्तों के साथ इन्हें छूट दी गयी है.
कोरोना के नए मामलें आई कमी
प्रदेश में कोरोना के नए मामलों की बात की जाए, तो यहां सोमवार को 12 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 791670 हो गई है. वहीं प्रदेश का पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी रही. वहीं आज प्रदेश में वैक्सीनेशन की रफ्तार में बीते दिन की अपेक्षा तेज रही. प्रदेश में सोमवार को 455485 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. सोमवार को प्रदेश में 29 रोगी स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं, जबकि 74759 लोगों की कोरोना जांच हुई है. वहीं अब तक प्रदेश में 10512 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
जानें अब तक कितने लोगों का हुआ वैक्सीनेशन
वहीं, सोमवार को वैक्सीनेशन अभियान के तहत प्रदेश में 455485 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. इंदौर में 26136 लोगों को वैक्सीन लगाई गई. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, अभी तक मध्य प्रदेश में कुल 25636450 लोगों को वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं.
अगस्त में आ सकती है तीसरी लहर
कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही देशभर में तेजी से दस्तक दे सकती है. अगस्त के पहले हफ्ते तक कोरोना के मामले देश में तेजी बढ़ने लगेंगे. इसे देखते हुए सरकार ने जीवन रक्षक जरूरी दवाओं का स्टॉक करना शुरू कर दिया है. सरकार कोविड-19 के लिए रेमडेसिविर और फेविपिराविर का 30 दिन का बफर स्टॉक कर रही है. इसके अलावा पैरासिटामॉल, एंटीबायोटिक और विटामिन सप्लीमेंट्स का स्टॉक रखने का फैसला लिया है.
आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के डॉ. समीरन पांडा ने अगस्त से देश में कोरोना की तीसरी लहर के तेजी पकड़ने की आशंका जताई है. उन्होंने कहा है कि देश में अगस्त महीने में ही कोरोना की तीसरी लहर दिखाई दे सकती है.डॉ. पांडा ने यह भी आशंका जताई है कि तीसरी लहर में रोजाना के मामलों में करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो सकती है. इसके मतलब यह है कि अगस्त में आने वाली तीसरी लहर के दौरान रोजाना 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं.