भोपाल(Bhopal)। प्रदेश में आज 4 लाख वैक्सीन के डोज लगाई जाएंगी. जिसमें करीब 3 लाख 60 कोविशील्ड हैं तो 40, हजार कोवैक्सीन है. इसमें 16 हजार भोपाल के खाते में हैं और वह भी सिर्फ कोविशील्ड (Mp covidsheild second dose). आज सिर्फ दूसरा डोज ही लगाया जाएगा. इसके बाद मंगलवार को वैक्सीनेशन नहीं होने के चलते और बुधवार को ईद की छुट्टी के कारण भी वैक्सीनेशन नहीं होगा. अगला वैक्सीनेशन गुरुवार को होगा. अभी सिर्फ उन्हें ही वैक्सीन लगाई जाएगी जिन्होंने पहले से ऑनलाइन बुकिंग की है.
पुराने सेंटरों पर ही होगा वैक्सीनेशन
लोगों को कोई कंफ्यूजन ना हो इसके लिए उन्हीं सेंटरों पर कोविशील्ड के दूसरे डोज की व्यवस्था की है जहां पर पहले उनका वैक्सीनेशन हुआ था. इसके लिए सरकार ने पहले से ही इंतजाम कर दिए हैं. जो पहले से सेंटर चल रहे थे और जहां पर कोविशील्ड वैक्सीन लगी थी उन्हीं सेंटर पर ही सेकंड डोज की व्यवस्था की गई है. लेकिन कुछ सेंटरों को वैक्सीन उपलब्ध ना होने के कारण बंद रखा गया है.
आज सिर्फ चार लाख डोज
आज सिर्फ भोपाल में कोविशील्ड का दूसरा डोज लगाया जा रहा है. भोपाल में 16000 डोज ही लगेंगे. जबकि ग्रामीण इलाकों में भी व्यवस्था की गई है.वहीं प्रदेश के कुछ सेंटरों पर कोवैक्सीन ही उपलब्ध है जिनकी संख्या बेहद कम है. स्वास्थ विभाग के पास सिर्फ कुल 4 लाख वैक्सीन मौजूद है. लेकिन धीरे-धीरे इसकी व्यवस्था की जाएगी. अधिकारियों के अनुसार केंद्र से जैसे-जैसे वैक्सीन आएगी उसको लगाने की व्यवस्था कर दी जाएगी।
सिफ आज दूसरे डोज का टीका लगेगा
ऐसे में जो लोग पहला डोज कोविशील्ड या कोवैक्सीन लगवाना चाहते हैं.वह आज वैक्सीन सेंटरों पर ना जाएं. उन्हें अभी कुछ दिन इंतजार करना पड़ेगा. वैक्सीन की आपूर्ति कम होने के चलते यह व्यवस्था की है. यानी सेंटरों पर अगर अधिक भीड़ होती है तो आपका नंबर लगना मुश्किल है.
सोमवार के बाद सीधे गुरुवार को लगेंगे टीके
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब सोमवार के बाद सीधे गुरुवार को ही वैक्सीनेशन हो पाएगा. क्योंकि मंगलवार को टीका नहीं लगता. यह दिन टीके के लिए निर्धारित नहीं किया गया है. ऐसे में अब बुधवार को ईद के चलते छुट्टी रहेगी इसके बाद अब सीधे गुरुवार को ही टीके लगाए जाएंगे.
प्रदेश में अबतक करीब 2 करोड़ से अधिक लोगों का हुआ वैक्सीनेशन
मध्य प्रदेश ने देश में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने का रिकार्ड बना चुका है. अधिकारियों का कहना है,अगर डिमांड के अनुरूप डोज उपलब्ध हों, तो 4 महीने में पात्र आबादी 100% वैक्सीनेट हो जाएगी. वैक्सीन की किल्लत के कारण प्रदेश सरकार फर्स्ट और सेकंड डोज के बीच जो अंतर बना हुआ है उसे कम नहीं कर पा रही है. मध्यप्रदेश में अबतक करीब 2 करोड़ 40 लाख के लगभग डोज लगाई जा चुकी है. इनमें से 2 करोड़ 01 लाख 60 हजार को पहला डोज लगा है तो वहीं सेकंड डोज लगवाने वालों की संख्या महज 38 लाख 40 हजार है. लेकिन जिस तरह से सरकार के पास फिलहाल वैक्सीन की किल्लत है. लगता नहीं है कि जल्दी पहले और दूसरे डोज के बीच का अंतर दूर किया जा सकेगा.
मानसून सत्र आज से, कोविड-किसानों के मुद्दे पर हंगामे के आसार
पहला डोज लगवाने वालों को करना होगा इंतजार
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार पहला डोज लगवाने वालों को अब इंतजार करना पड़ेगा. पहले डोज के टीके जैसे ही अधिक संख्या आएंगे तभी लगाए जाएंगे. एमपी में 21 जून से वैक्सीनेशन के लिए महाअभियान चलाया गया था. इस दिन राज्य में करीब 17 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई. महाअभियान के दौरान 50 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया. एमपी में अब तक 2 करोड़ से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. महाअभियान के दूसरे चरण में 1 जुलाई को भी मध्य प्रदेश में 9 लाख से अधिक लोगों को टीके लगे थे.जबकि शुक्रवार के दिन टीका नहीं लगता है.
मध्य प्रदेश को हर सप्ताह 50 लाख वैक्सीन डोज की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश को हर सप्ताह कम से कम 50 लाख डोज की जरूरत है. केंद्र सरकार अगर हमारी डिमांड को पूरा करती है, तो नवंबर तक पात्र आबादी 100% वैक्सीन के सुरक्षा कवच में आ जाएगी. वैक्सीन के 50 लाख डोज का स्टॉक होना चाहिए. प्रदेश में 21 से 30 जून तक वैक्सीनेशन महाअभियान चलाया गया. इस दौरान 50 लाख से ज्यादा डोज लगाए गए.