भोपाल। पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की हार की वजह बताते हुए कहा कि हमें खुद में सुधार करने की जरूरत है. कांग्रेस जब तक अपने आप में परिवर्तन नहीं करेगी, तब तक जीत संभव नहीं है. वहीं सिंधिया ने 125 करोड़ जनता का विश्वास जीतने के लिए खुद में सुधार करने की बात कही है.
वहीं सिंधिया ने अप्रत्यक्ष रुप से परिवारवाद का समर्थन करते हुए कहा कि जब वकालत, डॉक्टर सहित दूसरे पेशे में परिवारवाद चल सकता है, तो राजनीति में क्यों नहीं. मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रियों को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टीम भावना के साथ काम करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि कोई ऊपर और नीचे नहीं होता है. न ब्यूरोक्रेसी, न मंत्री ऊपर और न ही मुख्यमंत्री ऊपर है. सभी को टीम भावना के साथ काम करना चाहिए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वचन पत्र में जो भी वादे किए गए हैं, उनको जरूर पूरा किया जाएगा. वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 साल राज करके एमपी का हाल-बेहाल कर दिया है. जबकि कांग्रेस प्रदेश की स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है. सिंधिया ने आम बजट पर कहा कि उन्होंने संसद में 17 बजट देखे हैं, लेकिन पहला बजट है जिसमें वित्तीय आंकड़े नहीं है.
मोदी सरकार का यह बजट निरंकुश है. बजट में किसानों युवाओं को रोजगार के लिए कुछ भी नहीं है. इसके साथ ही कर्नाटक और गोवा की स्थिति पर कहा कि, पिछले 6 महीने में बीजेपी ने मध्यप्रदेश में भी उठापठक करने की कोशिश कर रही है, लेकिन बीजेपी के लिए ये मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा है. सिंधिया ने अपनी हार पर कहा कि कुछ न कुछ गलतियां मेरे अंदर ही रही होंगी. वहीं वंशवाद की राजनीति पर कहा कि वंशवाद के कई नेताओं की हार हुई है, जिसमें एक मैं भी हूं.