भोपाल। मध्यप्रदेश में कक्षा पहली से आठवीं के लिए फिलहाल स्कूल नहीं खोले जाएंगे. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन लगातार शिक्षा विभाग पर पहली से आठवीं के स्कूल खोलने के लिए दबाव बना रहा है. 18 दिसंबर से नौवीं से बारहवीं के स्कूलों को खोलने की परमिशन मिलने के बाद अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन पहली से आठवीं के स्कूल खोलने की जिद पर अड़ गया है. लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री ने इसको लेकर सख्ती दिखाई है. उन्होंने कहा है कि कक्षा पहली से आठवीं के स्कूल फिलहाल नहीं खोले जाएंगे बच्चों की सुरक्षा विभाग के लिए सबसे पहले है.
प्राइवेट स्कूलों की मांग पहली से आठवीं के स्कूल खोले सरकार
मध्यप्रदेश में 18 दिसंबर से कक्षा नौवीं से बारहवीं के लिए स्कूल खुल चुके हैं. प्राइवेट स्कूलों की चेतावनी के बाद विभाग ने 9वीं से 12वीं के स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. कोविड के बीच राजधानी के 10% निजी स्कूलों में अब भी कक्षाएं नहीं लग रही है. वहीं अब प्राइवेट स्कूल पहली से आठवीं के स्कूल खोलने की कवायद कर रहा है. जिसके लिए प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विभाग को पत्र भी लिखा और जल्द स्कूल खोलने की मांग की, लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है जब तक कोरोना पर नियंत्रण नहीं होगा तब तक पहली से आठवीं की कक्षाएं नहीं लगेंगी.
फिर बंद करेंगे ऑनलाइन कक्षाएं
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नीव राज मोदी का कहना है कि हमारी सरकार से 10 सूत्रीय मांगे थी. जिसमें पहली मांग 18 दिसंबर से कक्षा नौवीं से 12वीं के स्कूल खोलने की थी. जिसको सरकार ने मानकर 18 दिसंबर से स्कूल खोल दिए वहीं दूसरी मांग थी कि 1 जनवरी से कक्षा पहली से आठवीं के स्कूल खोले जाए. जिसको लेकर हमने विभाग से मुलाकात भी की अगर सरकार पहली से आठवीं के स्कूल खोलने पर निर्णय नहीं लेती है तो हम दोबारा ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने का निर्णय लेंगे , प्राइवेट स्कूलों का कहना है कि फिलहाल पहली से आठवीं नही तो 6वी से 8वी के स्कूल एल्टरनेट डेज़ में खोलने की इज़ाज़त दी जाए.
बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
स्कूल शिक्षा मंत्री स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर देश में आ चुकी है. बच्चों पर कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में कक्षा पहली से आठवीं के स्कूल खोलने को लेकर विभाग ने कोई भूमिका नहीं बनाई है. उनका कहना है जब तक कोरोना का संकट नहीं टलेगा तब तक प्रदेश में कक्षा पहली से आठवीं के स्कूल नहीं खुलेंगे, क्योंकि यह बच्चे नासमझ होते हैं इन बच्चों को समझ नहीं है कि स्कूल में कोरोना गाइडलाइन का पालन कैसे किया जाए. उन्होंने कहा बच्चों की सुरक्षा विभाग के लिए सबसे पहले है ऐसे में फिलहाल कक्षा नौवीं से बारहवीं की कक्षाएं निरंतर चलेंगी और पहली से आठवीं के लिए जो योजनाएं विभाग द्वारा चलाई जा रही है. हमारा घर हमारा विद्यालय ,मोहल्ला कक्षाएं और ऑनलाइन कक्षाएं ही छात्रों के लिए चलाई जाएंगी.