भोपाल। कांग्रेस की राजनीति में दिवंगत संजय गांधी को भले ही उतना याद नहीं किया जाता है, जितना गांधी परिवार के अन्य सदस्यों को किया जाता है. लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने मित्र संजय के लिए उतनी ही शिद्दत से याद करते हैं. जितनी शिद्दत से वो गांधी परिवार के अन्य सदस्यों को करते हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद जहां भोपाल में संजय गांधी और कमलनाथ के पोस्टर पहली बार नजर आए. वहीं अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संजय गांधी पर्यावरण मिशन का एलान किया है. कांग्रेस का कहना है कि यह संजय गांधी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने दोस्त स्वर्गीय संजय गांधी की याद में मध्यप्रदेश में संजय गांधी पर्यावरण मिशन की शुरुआत की है. इस मिशन के जरिए प्रदेश में हर साल 5 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट के लिये सरकार ने कोई अलग से बजट नहीं रखा है, लेकिन सभी विभाग को ग्रीन प्लांटेशन के नाम पर कुछ राशि का प्रावधान करने के निर्देश दिए हैं. इस अभियान के तहत, जहां नगरीय निकायों में हॉर्टिकल्चर बेस्ड प्लांटेशन होगा. वहीं रिवर बैंक के आसपास भी प्लांटेशन करने पर विशेष इनाम की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही हर 5 विकासखंड के बीच में एक ईको स्मार्ट विलेज का गठन किया जाएगा.
क्या कहती है कांग्रेस
इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस पार्टी हमेशा पर्यावरण के लिए सजग रही है. विश्व में जब पर्यावरण को लेकर कोई सोच नहीं थी. तब भारत में युवक कांग्रेस के माध्यम से संजय गांधी ने आंदोलन को खड़ा किया था और पौधरोपण का युवक कांग्रेस ने देश भर में जबरदस्त काम किया था. मध्यप्रदेश में हम लोगों ने युवक कांग्रेस में काम करते हुए संजय गांधी के आह्वान पर एमएसीटी की पहाड़ियों पर वृक्षारोपण किया था. आज उस पहाड़ी पर लगभग 5 हजार वृक्षों का जंगल खड़ा हुआ है. संजय गांधी ने इसकी शुरुआत की थी और 1975 में पर्यावरण के प्रति उन्होंने चिंता जाहिर कर सामाजिक आंदोलन बनाने का प्रयास किया था. इसलिए इस तरह की जागरूकता वाली योजना उन्हें समर्पित की गई है. यह उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है.