भोपाल। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी सामने नजर आ रही है. कांग्रेस में जहां प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल कमलनाथ मुख्यमंत्री का चेहरा बता चुके हैं, तो वहीं उनके नेतृत्व में हर कांग्रेसी चुनाव लड़ने की बात भी कह रहा है लेकिन डॉक्टर गोविंद सिंह ने इस मामले में CM का चेहरा कमलनाथ के होने पर ही सवालिया निशान लगा दिए थे. शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री का चेहरा चुने हुए विधायक तय करते हैं, जब सरकार चुनकर आएगी तो विधायक लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे. अगर मुख्यमंत्री का चेहरा पहले से घोषित होता है और वह चुनाव हार जाए तो क्या होगा.
गोविंद पर सज्जन का पलटवार: डॉक्टर गोविंद सिंह के इस बयान के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने डॉक्टर गोविंद सिंह को घेरा है. सज्जन सिंह वर्मा ने गोविंद सिंह का नाम लेते हुए कहा कि डॉ. गोविंद सिंह कभी-कभी यह भूल जाते हैं कि विधायकों ने क्या उन्हें नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना है, नहीं चुना है. आप वरिष्ठ थे तो हम सब ने मान लिया कि आप वरिष्ठ हैं इसलिए आप को नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया. कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की ओर जनता का वोट बढ़ेगा, जिस तरह से कमलनाथ ने डेढ़ साल में काम किया है. उस काम का ही परिणाम है कि जनता कांग्रेस को वोट देगी. गोविंद सिंह जो चाहते हैं वह चाहे, लेकिन समाजवाद की विचारधारा तो यह है कि जनता कांग्रेस को वोट देगी आप अपने लिए जैसा व्यवहार चाहते हैं, वैसा ही व्यवहार आपको दूसरों के लिए भी देना पड़ेगा.
गोविंद सिंह का विद्रोह: सज्जन सिंह वर्मा से पूछा गया कि क्या गोविंद सिंह पार्टी के अंदर ही विद्रोह कर रहे हैं इस पर सज्जन सिंह वर्मा का कहना था कि पार्टी में कोई विद्रोह नहीं है. उन्होंने गोविंद सिंह को एक मीटिंग की याद दिलाते हुए कहा कि उस मीटिंग में 22 वरिष्ठ नेता मौजूद थे, जिसमें मैं और गोविंद सिंह भी शामिल थे. वहां पर एक मत से यह फैसला हुआ था कि मुख्यमंत्री के चेहरे पर कोई चर्चा नहीं होगी, हमारे नेता कमलनाथ ही रहेंगे और उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा.
निशाने पर नेता प्रतिपक्ष: इधर कांग्रेस में आपसी खींचतान के बीच बीजेपी ने भी एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता नेहा बग्गा का कहना है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर ही स्पष्टता नहीं है. डॉक्टर गोविंद सिंह तो अब खुलकर यह बात कह रहे हैं उसके पहले अजय सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता भी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कमलनाथ का विरोध जाने अनजाने कर चुके हैं. फिलहाल तो नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह इस मामले में अपनो के ही निशाने पर आ गए हैं.