भोपाल। कांग्रेस में रहते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट की नजदीकी और दोस्ती जगजाहिर थी, लेकिन दल बदले तो शायद दिल भी बदल गए हैं. अब सचिन पायलट उपचुनाव में अपने प्रिय मित्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के उम्मीदवारों के खिलाफ कांग्रेस के लिए वोट मांगते नजर आएंगे.
दरअसल मध्य प्रदेश के उपचुनाव में 16 सीटें चंबल ग्वालियर इलाके की है. इन सीटों पर गुर्जर मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है, और चुनाव परिणाम प्रभावित करने में सक्षम नजर आती है. जिसके चलते गुर्जर मतदाताओं को अपने पक्ष में रखने के लिए कांग्रेस सचिन पायलट से प्रचार कराएगी. हालांकि आगामी उपचुनाव के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा अभी स्टार प्रचारकों की सूची जारी नहीं की गई है, लेकिन कांग्रेस द्वारा इस बात की हामी भरी गई है, कि सचिन पायलट मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे.
वहीं ग्वालियर चंबल इलाके की वह सीटें जिन पर गुर्जर मतदाताओं का बाहुल्य है, उनको कांग्रेस के पक्ष में करने की कोशिश की जाएगी. जिन विधानसभा सीटों पर गुर्जर मतदाताओं का बाहुल्य है, उनमें मुरैना, सुमावली, जोरा,दिमनी, अंबाह, मेहगांव,गोहद,ग्वालियर पूर्व,डबरा, ग्वालियर, भांडेर, बमोरी, मुंगावली और अशोक नगर सीट पर गुर्जर मतदाता चुनाव प्रभावित करने की स्थिति में है. इसके चलते ध्यान रखते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सचिन पायलट से प्रचार कराने का निर्णय लिया है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि मध्य प्रदेश के आगामी 28 सीटों पर उपचुनाव होने वाले उपचुनाव में सचिन पायलट मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र में उपचुनाव के प्रचार में उतरेंगे. उनका अपना एक अलग प्रभाव है. इससे पहले भी वह मध्यप्रदेश में चुनाव में अपना समय दे चुके हैं, सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट ने भी कांग्रेस पार्टी के लिए मध्य प्रदेश के कई चुनाव क्षेत्र में समय दिया था.