भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले की जांच पर एक बार फिर सवाल उठे हैं. इस बार आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने सवाल खड़े किए हैं. साल 2013 के पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने के मामले में 31 आरोपियों को भले ही कोर्ट ने सजा सुना दी हो, लेकिन इस घोटाले की जांच पर सवाल अभी भी उठ रहे हैं. अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि इस परीक्षा की सुरक्षा की जिम्मेदारी दो रिटायर्ड आईएएस और दो रिटायर्ड आईपीएस के कंधों पर थी, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
वहीं अजय दुबे ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने से पहले और बाद में व्यापमं की दोबारा जांच करने का वादा किया था, सरकार बनने के बाद एक कमेटी भी बनाई, जिसे एक माह के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
अजय दुबे ने कहा है कि सीबीआई ने उन परिक्षार्थियों और मिडिल मैन के खिलाफ तो कार्रवाई की, जिन्होंने परीक्षा में गड़बड़ियां की थी, लेकिन उन अधिकारियों की भूमिका की जांच नहीं की गई, जिनकी निगरानी में ये परीक्षा हुई और घोटाला सामने आया.