भोपाल. 20 नवम्बर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर के बोडरली गांव से एमपी में एंट्री करेगी, लेकिन एमपी में इसका आगे का रूट तय नहीं हो पा रहा है. आखिर क्या वजह है कि यात्रा के प्रभारी दिग्विजय सिंह के अपने इलाके मध्यप्रदेश में इस यात्रा का रोडमैप तय नहीं नहीं कर पा रहे हैं. मध्यप्रदेश में 13 दिन रहने वाली इस यात्रा के अहम पड़ाव कहां कहां होंगे ? यात्रा के दौरान क्या खास इवेंट होंगे? यात्रा का पूरा खाका क्या होगा? यात्रा की तैयारियों को लेकर हुई कई दौर की बैठकों के बावजूद भी यात्रा का फाईनल ड्राफ्ट बाहर नहीं आया है, तो क्या इसके पीछे की वजह कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच की खींचतान है जो राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों को पूरा नहीं होने दे रही.
अब तक फाइनल नहीं हुआ यात्रा का रूट ?: मध्यप्रदेश में बुरहानपुर से प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में अब तक जो जानकारी सामने आई है उसमें यात्रा का अहम पड़ाव इंदौर और उज्जैन मैं होगा. राहुल, उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे और जनसभा भी करेंगे. इंदौर में यात्रा तीन दिन रहेगी. यहां कांग्रेस ने जो एक इवेंट हाईलाईट किया गया है वो यह है कि एमपी में प्रवेश के साथ राहुल गांधी साधु सुंतों की संगत में मां नर्मदा की पूजा अर्चना और स्नान करना है. मध्यप्रदेश में यात्रा के प्रभारी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के मुताबिक 20 नवंबर को यात्रा एमपी में बुरहानपुर से प्रवेश करेगी. इसके बाद खंडवा खऱगोन इंदौर, उज्जैन, आगर मालवा और सुसनेर के रास्ते आगे बढ़ेगी, लेकिन कहां कितने दिन रुकेगी, रूट क्या होगा, क्या इवेंट होंगे. राहुल गांधी कहां किन लोगों से मिलेंगे. कौन सी हस्तियां यहां यात्रा में शामिल होंगी, ये फिलहाल तय नहीं हुआ है. शर्मा कहते हैं कि इन जगहों को लेकर बदलाव संभावित है.
क्या कमलनाथ-दिग्विजय की खींचतान है वजह: एमपी में भारत जोड़ो यात्रा का रूट फाइनल नहीं हो पाने के पीछे दिग्विजय और कमलनाथ के बीच की खींचतान को वजह माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच यात्रा की तैयारियों को लेकर सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा है. यही वजह है कि जब यात्रा में एक पखवाड़े का समय बाकी है तब भी कांग्रेस यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठकें करने में ही जुटी हुई है. यही वजह है कि अभीतक रूट और फाईनल ड्राफ्ट तैयार नहीं हो पाया है.
कंफ्यूज़ कांग्रेस के सेनानी भी कंफ्यूज: इस पूरे मामले पर बीजेपी ने भी तंज कसा है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री रजनीश अग्रवाल के मुताबिक कंफ्यूज़ राहुल गांधी की कंफ्यूज़ कांग्रेस के कंफ्यूज़ सेनानी हैं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ. वे कहते हैं कि यह मसला सिर्फ यात्रा का रूट तय होने का नहीं है बल्कि कांग्रेस की विचारधारा और नीति कुछ भी तय नहीं है.
जल्द जारी होगा फाइनल रूट - केके मिश्रा:कांग्रेस मीडिया विभाग के चैयरमैन केके मिश्रा कहते हैं देखिए बुरहानपुर से लेकर इंदौर तक का रुट तय हो चुका है. महू और उज्जैन जाएंगे ये भी निश्चित हो चुका है. प्रस्तावित धर्म स्थल भी तकरीबन फाइनल हैं. अब आगे का जो रुट फाइनल होना है वह भी जल्द जारी कर दिया जाएगा. उन्होंने तर्क दिया कि एसपीजी की टीम पहाड़ी इलाके में यात्रा की अनुमति नहीं दे रही. इसके अलावा भी कुछ अव्यवस्थाएं सामने आ रहीं थी. ये सबकुछ देखने के बाद ही पूरा रूट फाइनल होगा.
यात्रा समितियों का हुआ गठन: भले ही अभी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का एमपी में रूट फाइनल तय होना अभी बाकी है, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर समितियों का गठन कर दिया गया है. कांग्रेस में अलग अलग नेताओं को इसकी जवाबदारी सौंप दी गई है. जिसमें
-सुरेश पचौरी को योजना और समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है.
- प्रशासन, सुरक्षा और पुलिस समन्वय डॉ गोविंद सिंह के जिम्मे है.
- अरुण यादव और अजय सिंह को भी यात्रा की अहम जवाबदारी दी गई है. अरुण यादव को बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन के समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है. अजय सिंह यात्रा कार्डिनेशन देखेंगे.