भोपाल| मौसम लगातार करवट बदल रहा है और अब गर्मी की शुरुआत हो चुकी है. तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है ऐसी स्थिति में प्रदेश की जल व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी दिनों में पेयजल व्यवस्था को लेकर समीक्षा की है.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि गर्मियों के मौसम में किसी भी प्रकार से पानी की समस्या नहीं आनी चाहिए, उसकी व्यवस्था अभी से शुरू कर दी जाए, समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस बार प्रदेश में अच्छी बारिश हुई है जिसकी वजह से प्रदेश का जलस्तर भी काफी अच्छा बना हुआ. गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है इसे देखते हुए संबंधित विभाग पहले से ही इस प्रकार की तैयारी करें जिससे ग्रीष्म ऋतु में पानी की समस्या का सामना प्रदेश की जनता को बिल्कुल भी ना करना पड़े.
प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति में सुनिश्चित किया जाए कि निर्धारित मापदंड के अनुसार प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पानी की आपूर्ति हो. बताया गया कि प्रदेश की कुल 1,13,719 पूर्ण बसाहटों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समुचित आपूर्ति के लिए सभी जल स्रोतों का डेटाबेस बनाया जा रहा है तथा वाटर सोर्स एटलस भी तैयार किया गया है.
प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास संजय दुबे ने बताया कि प्रदेश के कुल 378 नगरीय निकायों में से 297 निकायों में प्रतिदिन पेयजल प्रदाय किया जा रहा है . इसी प्रकार, 77 नगरीय निकायों में एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा है . इनमें इंदौर संभाग के 26, उज्जैन संभाग के 34 तथा भोपाल संभाग के 16 नगरीय निकाय शामिल हैं . सरदारपुर (धार), सुवासरा (मंदसौर), टोंकखुर्द (देवास) एवं मेघनगर (झाबुआ) नगरीय निकाय में 2 दिन छोड़कर पेयजल प्रदाय की व्यवस्था की गई है .
20 हज़ार बसाहट में कराए जाएंगे पेयजल संबंधी कार्य
प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रीष्म ऋतु में सभी ग्रामीण क्षेत्रों में समुचित पेयजल आपूर्ति के लिए प्रदेश की 20 हजार 780 बसाहटों में कार्य कराए जाने हैं . इनमें से 7236 बसाहटों के 21685 हैंडपंपों के रायजर पाइप बढ़ाए जाएंगे, 5472 बसाहटों में नवीन हैंडपंप लगाए जाएंगे, 338 बसाहटों में नल-जल योजना की पाइप-लाइन बढ़ाई जाएगी, 5210 बसाहटों में सिंगल फेस मोटर की स्थापना की जाएगी तथा 2524 बसाहटों में हाइड्रोफ्रेक्चरिंग का कार्य कराया जाएगा . इसके बाद सभी क्षेत्रों में सुचारू जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी .
पेयजल समस्याओं के निराकरण के टेलीफोन नम्बर जारी
राज्य एवं जिला स्तर पर पेयजल कंट्रोलरूम मुख्यमंत्री ने नागरिकों की पेयजल समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य-स्तर एवं जिला स्तरों पर पेयजल कंट्रोल रूम का सुचारू संचालन किए जाने के निर्देश दिए . बताया गया कि इसके लिए राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका टेलीफोन नम्बर 0755-2779411 तथा 2779412 हैं. सभी जिलों में जिला-स्तरीय पेयजल कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं .