भोपाल। मध्यप्रदेश के धावक रामेश्वर गुर्जर स्पीड टेस्ट में अपना 11 सेकेंड का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए हैं. ट्रायल में रामेश्वर ने 12.08 सेकेंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी की है. एक महीने के बाद फिर से ट्रायल होगा.
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि एक गांव का बच्चा बिना ट्रेनिंग के दौड़ा है. जीतू पटवारी ने कहा कि रामेश्वर को एक महीने तक अकादमी में रखकर ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके खानपान पर भी ध्यान रखा जाएगा. ताकि वो सही तरीके से तैयार हो सके. उसके बाद फिर उसका ट्रायल लेंगे. मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि एक-दो महीने बाद ऐसी प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए ओपन फोरम रखा जायेगा, ताकि छिपी हुई प्रतिभा सामने आ सके.
वहीं इस दौड़ में मुरैना के रहने वाले एक और धावक दुर्गेश रावत ने भी इस दौड़ में भाग लिया था. जिन्होंने मंत्री जीतू पटवारी से बात करके इस ट्रायल में भाग लेने की इच्छा जताई थी. उनका कहना था कि वह भी कम समय में रेस को पूरी कर सकते हैं और वे इस रेस में पांचवें नंबर पर आए.
बता दें कि कुछ दिनों पहले 19 साल के रामेश्वर गुर्जर वीडियो में बिना जूते सड़क पर 100 मीटर तक नंगे पांव दौड़ते दिखाई दिए थे. सोशल मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बटोरने वाले मध्य प्रदेश के धावक रामेश्वर गुर्जर ने उम्मीद जताई थी कि अगर उन्हें सही प्रशिक्षण मिले, तो वह जमैका के स्टार धावक उसेन बोल्ट के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे. जिसके बाद शिवपुरी के नौजवान रामेश्वर गुर्जर को भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में आज स्पीड टेस्ट देने के लिए बुलाया गया था.