भोपाल। मध्यप्रदेश की राज्यसभा सीटों के लिए मार्च में चुनाव होने जा रहे हैं. विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से जहां कांग्रेस को 2 सीटें जीती हुई नजर आ रही है, तो बीजेपी को एक सीट जीतना निश्चित है, लेकिन कांग्रेस का खेल बिगाड़ने के लिए बीजेपी दूसरी सीट पर प्रत्याशी उतार सकती है. बीजेपी की इस रणनीति को भांपते हुए कांग्रेस ने भी नई रणनीति पर काम शुरू किया है.
कांग्रेस तीसरी सीट पर हार तय होने के बावजूद बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रही है, हालांकि अभी कांग्रेस ने इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया है. राज्यसभा चुनाव में अगर इस तरह की परिस्थितियां बनती है, तो हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
मध्यप्रदेश में होना है 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव
दरअसल, मध्यप्रदेश में 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है. सत्ताधारी दल कांग्रेस जहां एक सीट आसानी से जीत रहा है तो वहीं दूसरी सीट सरकार में सहयोगी निर्दलीय विधायक और सहयोगी दलों के विधायकों की मदद से जीतने की संभावना है.
प्रदेश में राज्यसभा सीट पर जीत के लिए 58 वोटों की जरूरत है और इस लिहाज से कांग्रेस के लिए दूसरी सीट जीतने के लिए दो विधायकों की और जरूरत पड़ेगी. हांलाकि कमलनाथ सरकार को 4 निर्दलीय और 3 सपा-बसपा के विधायक समर्थन कर रहे हैं और राज्यसभा चुनाव में भी वो कांग्रेस का समर्थन करेंगे.
चुनाव को रोचक बनाने और कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए बीजेपी दूसरी सीट पर प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर काम कर रही है. बीजेपी की इस रणनीति को भांपते हुए कांग्रेस बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए भी इसी तरह की रणनीति पर काम कर सकती है.
हार तय होने के बावजूद भी कांग्रेस तीसरी सीट पर उम्मीदवार उतार सकती है और ऐसी स्थिति में बीजेपी को अपना कुनबा एकजुट रखने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी.
बीजेपी आज एक सीट भी लेने की स्थिति में नहीं: कांग्रेस
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र मिश्रा का कहना है, कि बीजेपी आज एक सीट भी लेने की स्थिति में नहीं है. इसके पीछे जो कारण दिखता है वो ये है की बीजेपी के अंदर बहुत सारे गुट हैं. फिर चाहे नरोत्तम की बात करें, गोपाल भार्गव की बात करें वहीं दूसरी तरफ शिवराज सिंह अलग-थलग पड़े हुए हैं. राकेश सिंह को किस तरह से अध्यक्ष पद से हटाकर वीडी शर्मा की ताजपोशी की गई, वो सभी ने देखा है. बीजेपी के अंदर का कारण किसी से छिपा नहीं है.
जितेंद्र मिश्रा का कहना है कि बीजेपी दावा करती थी कि आज सरकार गिरा देंगे, कल सरकार गिरा देंगे, हाईकमान का आदेश हो जाए, तो सरकार गिरा देंगे, लेकिन आपने देखा कि जब बहुमत की बात आएगी तो बीजेपी के विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया. बीजेपी को एक सीट जीतने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी. कहीं ना कहीं वहां खलबली मची हुई है. रही बात तीसरी सीट की तो वो भी बीजेपी नहीं जीतेगी और हमारे पास दो सीट जीतने के लिए पर्याप्त बहुमत है. लेकिन हमारी नजर तीसरी सीट पर भी है, अगर बीजेपी की खलबली को देखते हुए हमारी कोई रणनीति बनी, तो खुलासा किया जाएगा.
केंद्रीय चुनाव समिति तय करेगा प्रत्याशी
मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी कौन होंगे, कितने होंगे ये केंद्रीय चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड तय करेगा. समय आने पर बीजेपी की तरफ से एक खबर कांग्रेस को मिल जाएगी. बीजेपी निश्चित तौर पर आत्मविश्वास से भरी है और आने वाले समय में कांग्रेस की बौखलाहट आपको देखने को मिल जाएगी. कांग्रेस द्वारा तीसरी सीट पर प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर उन्होंने कहा कांग्रेस क्या करे, क्या ना करे, वो उनकी मर्जी है. वो राहुल की बुद्धि से चलने वाले लोग हैं, वो चलें, उनका स्वागत है.