भोपाल। उपचुनाव में मुरैना सीट से मिली हार के बाद बीजेपी प्रत्याशी रहे रघुराज सिंह कंसाना (Raghuraj Singh Kansana) ने अपनी हार का ठीकरा अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर फोड़ा है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुरैना में कार्यकर्ताओं ने तो काम किया लेकिन कुछ नेताओं ने पार्टी के साथ गद्दारी की है. जिस वजह से वो चुनाव हार गए. रघुराज सिंह कंसाना ने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर भीतरघात का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ स्वयंभू नेता अपने आप को बड़ा मानते हैं. उन्होंने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. कंसाना ने कहा कि मुझे हराने वाले सभी नेताओं के नाम वरिष्ठ नेताओं को पता है और अब उम्मीद है कि उन नेताओं के खिलाफ पार्टी कार्रवाई करेगी.
मुझे हराने वाले नेताओं के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई-कंसाना
रघुराज सिंह कंसाना ने कहा कि जिन वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के साथ गद्दारी की उनके खिलाफ पार्टी सख्त कार्रवाई करें नहीं तो पार्टी कमजोर होगी. रघुराज कंसाना सिंधिया समर्थक नेता मानें जाते हैं और सिंधिया के साथ ही पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. पार्टी ने उन्हें मुरैना से अपना उम्मीदवार बनाया था. पूर्व विधायक रघुराज कंसाना का आरोप है कि कुछ नेताओं के कारण उनकी हार हुई है, जो अपने आपको स्वयंभू मानते हैं और मेरी हार का कारण वहीं नेता हैं. उन्होंने ऐसे नेताओं की जानकारी वरिष्ठ नेताओं को भी दी है, ताकि ऐसे नेताओं पर पार्टी कार्रवाई करें. जो नेता अपनी ही पार्टी के साथ भीतरघात करते हैं. ऐसे नेताओं पर अनुशासन हीनता की कार्रवाई होना चाहिए.
दरअसल, पिछली बार मुरैना से पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह विधायक थे, लेकिन इस बार कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को टिकट मिलने के कारण रुस्तम सिंह नाराज चल रहे थे और कंसाना का इशारा भी बिना नाम लिए रुस्तम सिंह की तरफ ही था.
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कांग्रेस के राकेश मावई से हारे
मुरैना विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना चुनाव हार गए. उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई ने 5500 हजार से अधिक वोटों से हराया है. इसके बाद अब कंसाना ने मुरैना जिले के नेताओं और मंडल स्तर के नेताओं पर सवाल उठाए हैं.