भोपाल। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति (BJP State Working Committee) की बैठक में सोशल मीडिया (Social Media) पर पार्टी की निष्क्रियता का मुद्दा गर्माया. बैठक में दिग्गजों ने पार्टी की प्रदेश आईटी सेल (IT Cell) पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के आरोपों का करारा पलटवार नहीं करने की बात कही. इस दौरान आईटी सेल के पदाधिकारियों को संगठन प्रमुखों की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा.
पार्टी की आईटी सेल की निष्क्रियता पर उठे सवाल
भोपाल में बीजेपी मुख्यालय (BJP Headquarters) में जारी पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति (State Working Committee) की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की जा रही है. चर्चा के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों ने आईटी सेल (IT Cell) की निष्क्रियता का मुद्दा उठाया. इस दौरान यह बात निकलकर सामने आई कि पार्टी का आईटी विभाग विपक्षी दलों के आरोपों पर जमकर पलटवार नहीं कर पा रहा है. इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार के कामकाज को भी जनता तक पहुंचाने में कमी महसूस हो रही है.
पहले भी उठ चुका है निष्क्रियता का मुद्दा
पार्टी के पदाधिकारियों ने आईटी सेल को विपक्ष के हमलों का करारा जवाब देने और जनता तक सही तरीके से अपनी बात पहुंचाने की नसीहत दी. बताया जा रहा है कि कार्यसमिति की बैठक के पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच हुई बैठक में भी पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के कमजोर प्रदर्शन पर सवाल उठ चुके हैं. उस दौरान सीएम ने कहा था कि सोशल मीडिया कितना असरदार है, इसका ताजा उदाहरण वैक्सीनेशन महाअभियान की सफलता दर्शाती है.
प्रदर्शनी के साथ MP बीजेपी कार्यसमिति बैठक का शुभारंभ, संगठन से जुड़े कई मसलों पर हो रहा है मंथन
3 साल के अंतराल के बाद बैठक
बता दें कि 3 साल के लंबे अंतराल के बाद एमपी बीजेपी (MP BJP) की कार्यसमिति की बैठक आयोजित हो रही है. कोरोना के कारण इस बार बैठक वर्चुअल तरीके से आयोजित हो रही है. इस बैठक में राजनीति से जुड़े तमाम मुद्दों पर मंथन चल रहा है. जिसमें शिवराज सिंह चौहान समेत पार्टी से जुड़े तमाम दिग्गज मंत्री और पदाधिकारी शामिल हैं. बैठक के विभिन्न सत्रों में राजनीतिक प्रस्ताव और कोरोना काल में किए गए कामों के प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है. मध्यप्रदेश में विपक्ष की भूमिका, आगामी राजनीतिक हालातों के अलावा कार्यसमिति सदस्यों को बीजेपी के काम करने के तरीके और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा. वहीं कोरोना संक्रमण काल में केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा किए गए कामों पर भी विस्तृत विचार विमर्श होना तय है.