भोपाल। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने पांचवीं से आठवीं तक के स्कूल खोलने की मांग की है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश में भी कक्षा पांचवीं से आठवीं तक के स्कूलों को खोलने की इजाजत मांगी है. अनुमति नहीं देने पर स्कूल एसोसिएशन ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है.
प्राइवेट स्कूल संचालकों की चेतावनी
मध्य प्रदेश में 18 दिसंबर से कक्षा नौवीं से 12वीं के स्कूल पूरी क्षमता के साथ खुल चुके हैं. 10वीं और 12वीं के लिए पूरी क्षमता से स्कूल खोले गए हैं. 9वीं और 11वीं के लिए अल्टरनेट डेज में कक्षाएं लगाई जा रही हैं . प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की चेतावनी के बाद सरकार ने 18 दिसंबर से स्कूल खोलने का फैसला लिया था. कक्षा पहली से आठवीं के स्कूल 31 मार्च तक बंद करने के आदेश भी स्कूल शिक्षा मंत्री ने पिछले सप्ताह दे दिए हैं. लेकिन अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने एक बार फिर सरकार को चेतावनी दी है, कि अगर कक्षा पांचवी से आठवीं के स्कूल नहीं खोले, तो प्राइवेट स्कूल के संचालक सड़कों पर उतर जाएंगे.
सब कुछ खुला, फिर स्कूलों पर ताला क्यों ?
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है, कि कोरोना के लिए अब वैक्सीन आ चुकी है. राज्य में महामारी का प्रभाव काफी कम हो चुका है. सरकार ने भोपाल में एक को छोड़कर सभी कोविड-19 अस्पताल केंद्रों को बंद कर दिया है. ऐसे में स्कूलों में जहां हम शारीरिक दूरी बनाए रख सकते हैं, मास्क लगा सकते हैं . तो फिर कक्षा पांचवी से आठवीं के लिए खोलने की अनुमति अभी तक जारी क्यों नहीं की गई
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स्कूलों पर आर्थिक संकट
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि जब प्रदेश में हर काम शुरू हो चुका है. ऐसे में स्कूलों को पूर्ण राजस्व प्राप्त करने से रोकना तर्कसंगत नहीं है. राज्य में अब सिर्फ निजी स्कूल शिक्षा से जुड़े लोग ही आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं.