भोपाल। मध्य प्रदेश सहित राजधानी में इस वक्त कोरोना वायरस का संक्रमण अपने पीक पर है, जहां लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इस बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए अब राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब में भी कोरोना टेस्ट करवाने की तैयारी शुरू कर दी है. प्रदेश भर में अभी तक बहुत कम निजी अस्पतालों और लैब्स को कोरोना जांच करने की इजाजत दी गई थी, लेकिन अब राज्य सरकार और आईसीएमआर की सिफारिश पर एनएबीएल मान्यता प्राप्त निजी लैब और निजी अस्पतालों में रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने की मंजूरी देने जा रही है.
ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं और अपने खर्च पर कोरोना टेस्ट करा सकते हैं, उनकी रिपोर्ट 20 से 30 मिनट के अंदर ही आ जाएगी. हालांकि टेस्ट का शुल्क कितना होगा, यह अभी तय नहीं किया गया है.
इस टेस्ट को करने के लिए लैब और हॉस्पिटल को आईसीएमआर के पोर्टल पर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. रजिस्ट्रेशन मिलने के बाद हॉस्पिटल और लैब्स को एक लॉगिन आईडी मिल जाएगी. इसके लिए कई शर्ते भी रखी गई हैं.
अगर किसी व्यक्ति का टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव पाया जाता है, पर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसका दोबारा टेस्ट आरटी-पीसीआर से करवाया जाएगा. दोबारा टेस्ट करवाने की जिम्मेदारी भी निजी अस्पताल या लैब की ही होगी. इसके लिए अपने नजदीकी आरटी-पीसीआर कोविड-19 टेस्टिंग लैब से अनुबंध कराना होगा.