भोपाल। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित अद्रिका और कार्तिक ने मुलाकात की. इन दोनों बच्चों को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया था. दोनों ही बच्चों ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से काफी देर तक बातचीत की. जिसके बाद राज्यपाल ने प्रशंसा पत्र देकर दोनों बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.
वहीं राज्यपाल से सम्मानित होने वाले भाई-बहन आद्रिका और कार्तिक ने बताया कि 2 अप्रैल 2018 को मुरैना में हिंसक घटना के दौरान छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी गई थी. जब उन्हें इसका पता चला, तो वे खाने-पीने का सामान एक बैग में भरकर किसी तरह रेलवे स्टेशन तक पहुंचे और स्टेशन पर खड़ी ट्रेन के यात्रियों को वितरित किया. उन्होंने कहा कि पहले उनके परिवार ने कर्फ्यू के माहौल में बाहर निकलने को लेकर फटकार लगाई, लेकिन जब इसकी वजह उन्होंने बताई, तो उन्हें घरवालों का भी सहयोग मिला.
बता दें कि कार्तिक और आद्रिका कक्षा 6 में पढ़ते हैं. छोटी सी उम्र में शहर में फैली हिंसा की परवाह न करते हुए बिना किसी डर के स्टेशन पर फंसे यात्रियों को भोजन पहुंचाना लोगों के लिए प्रेरणा है. आद्रिका ने राज्यपाल को यह भी बताया कि वह ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट है और लगभग 20 हजार स्कूली बच्चों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे चुकी है. राज्य सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में उसे ब्रांड एंबेसडर भी बनाया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बच्चों से मिलकर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कार्तिक और आद्रिका के नेक काम की प्रशंसा की और राज्यपाल ने बच्चों को प्रशंसा पत्र दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की.