भोपाल। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू की गई संबल योजना अब विवादों में आने लगी है. प्रदेश के खनिज संसाधन मंत्री प्रदीप जायसवाल का आरोप है कि संबल योजना में बीजेपी और RSS के कई लोगों के नाम जुड़े हुए हैं. ये वे लोग हैं जो करदाता हैं और कई तो करोड़पति हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इस घोटाले के कारण गरीबों को संबल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
माना जा रहा है कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार राशन कार्ड के फर्जीवाड़े और संबल योजना की जांच करा सकती है. विधायक दल की बैठक से बाहर आकर मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र को लेकर किस विधायक को क्या जवाब देना है, इसके ऊपर चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में संख्या बल पर जोर नहीं दिया गया.
रामबाई ने दिया ये सुझाव
मंत्री प्रदीप जायसवाल के मुताबिक बैठक में बसपा विधायक रामबाई ने अच्छे सुझाव दिए हैं, वे किसी से नाराज नहीं हैं. रामबाई ने बैठक में सुझाव दिया कि शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल के दौरान बड़े लोगों के राशन कार्ड बनाए गए हैं, जिसकी वजह से गरीबों के नाम काट दिए गए हैं, इसलिए राशन कार्ड की समीक्षा दोबारा से की जानी चाहिए.
मंत्री लखन घनघोरिया ने बीजेपी को लेकर कही बड़ी बात
विधायक दल की बैठक में शामिल होने के बाद सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग मंत्री लखन घनघोरिया का कहना है कि सत्र के दौरान बीजेपी की रणनीति को देखकर किस तरह से जवाब देना है, उसकी तैयारी बैठक में की गई है.
ऊर्जा मंत्री ने बताई 'अंदर' की बात
विधायक दल की बैठक के बाद ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि आगामी रणनीति की चर्चा की गई है. सभी मंत्रियों और विधायकों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी भावनाओं और आगे की कार्ययोजनाओं से अवगत कराया है.