भोपाल। गौरव दिवस पर एक बार फिर नाम बदलने की सियासत शुरू हो गई है. नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने भोपाल नवाब हमीदुल्लाह खां के नाम पर बने हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम बदलने की मांग की है. किशन सूर्यवंशी का कहना है कि "जिस समय भारत देश आजाद हुआ था उस समय भोपाल रियासत का विलय भारत में नहीं हो पाया था. हमीदुल्लाह के कारण ही यह परिस्थितियां बनी थी, जिसने भोपाल का भारत में विलय होने का विरोध किया. ऐसे व्यक्ति के नाम पर हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम नहीं होना चाहिए. चाहे तो एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर इन जगहों का नाम कर दिया जाए, लेकिन हमीदुल्लाह का नाम हटाया जाना चाहिए."
नाम बदलने को लेकर राजनीति शुरू: किशन सूर्यवंशी ने इस दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि "नवाब हमीदुल्लाह ने ही भोपाल रियासत को पाकिस्तान में मिलाने की बात कही थी. इसको लेकर भी इनका विरोध है. फिलहाल तो नाम बदलने की राजनीति एक बार फिर शुरू हो गई है और इसको लेकर लगातार नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं."
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हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने को लेकर राजनीति: बता दें कि इससे पहले भोपाल में ही हबीबगंज स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर किया गया है. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्टेशन पर आकर इसका शुभारंभ किया था. वहीं अभी कुछ समय पहले ही भोपाल के पास स्थित निशातपुरा स्टेशन का नाम भी बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश सारंग के नाम पर कर दिया गया है. जबकि भोपाल में ही स्थित इस्लामनगर का नाम भी बदलकर जगदीशपुर किया गया है. फिलहाल तो नाम बदलने की राजनीति लगातार जारी है. ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम आखिर बदल पाता है या नहीं.