भोपाल। दिल्ली में पूर्व सीएम कमलनाथ और अरुण यादव की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई है. कांग्रेस इसे सामान्य बैठक और मुलाकात बता रही है. तो बीजेपी इसे खंडवा लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए टिकट की खींचतान बता रही है. बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ आखिर अरुण यादव का कितनी बार अपमान करेंगे.
कमलनाथ और अरुण यादव की हुई मुलाकात
भोपाल में कमलनाथ ने उपचुनाव वाली विधानसभाओं और लोकसभा से पदाधिकारियों को मीटिंग के लिए बुलाया था. अरुण यादव इस बैठक में नहीं पहुंचे, तो उनके बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई. हालांकि बाद में अरुण यादव ने खुद ट्वीट करके इन खबरों पर विराम लगा दिया. इस बीच अरुण यादव की दिल्ली में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात हुई है. इस मुलाकात के सियासा मायने निकाले जा रहे हैं.
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बीजेपी ने कांग्रेस में कसा तंज
बीजेपी प्रवक्ता राकेश शर्मा का कहना है कि कांग्रेस में टिकट को लेकर खींचतान है. अरुण यादव कई बार खंडवा से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं लेकिन उन्हें पार्टी में तवज्जो नहीं दी जा रही. कमलनाथ की बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया था. उन्हें पार्टी में बार-बार नीचा दिखाया जा रहा है. बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अरुण यादव की पार्टी में स्थिति ये हो गई है कि कमलनाथ के चरणों में बैठकर टिकट मांगना पड़ रहा है.
कांग्रेस ने गुटबाजी से किया इनकार
इधर कांग्रेस ने किसी तरह की गुटबाजी से इनकार किया है. कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा का कहना है कि अरुण यादव पहले भी कई पदों पर रह चुके हैं. वो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अगर अगर यादव पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष से मुलाकात कर रहे हैं तो ये सामान्य प्रक्रिया है. हालांकि राजनीतिक गलियारों में अरुण यादव को खंडवा सीट से कांग्रेस का सबसे दमदार उम्मीदवार माना जा रहा है.