भोपाल। राजधानी में पुलिस विभाग के नवनिर्मित आवास का बुधवार को लोकार्पण किया गया. मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम द्वारा निर्मित 1813 आवास, 12 प्रशासकीय भवन और स्वास्थ्य विभाग के 108 आवास गृहों के लोकार्पण समारोह में गृहमंत्री बाला बच्चन, प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा सहित पुलिस विभाग के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे.
कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान माफिया गरीबी से नहीं, बल्कि इंटेलेक्चुअल एबिलिटी से होनी चाहिए, ताकि हम देश के किसी भी कोने में जाएं, तो सीना ठोक कर बोल सकें कि हम मध्यप्रदेश से हैं. इसके लिए सिर्फ सरकार को ही नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को कोशिश करनी होगी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पुलिस और स्वास्थ्य प्रशासन का चेहरा होता है. इन दोनों के पास लोग तभी जाते हैं, जब वह परेशानी में होते हैं. पुलिस और डॉक्टर ऐसा होना चाहिए, जिस पर लोगों को विश्वास हो. उन तक पहुंच और उनके व्यवहार पर भरोसा हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें मिलकर प्रदेश की पहचान ऐसी बनानी होगी, ताकि हमारी तुलना बड़े प्रदेशों से हो. सिर्फ इंदौर और भोपाल जैसे शहरों को स्वच्छता के मामले में टॉप पर आने से कुछ नहीं होगा, ऐसा ग्वालियर, जबलपुर और प्रदेश के छोटे जिला मुख्यालयों में भी दिखाई देना चाहिए, इससे ही प्रदेश बेहतर बनेगा. बीते 10 से 15 सालों में तकनीक के मामले में काफी बदलाव हुआ है, यह बदलाव अगले 5 सालों में और देखने को मिलेगा. अब रोबोटिक क्रांति आने वाली है, इसके लिए हमें तैयार रहना होगा. हम कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का केंद्र बनें, इसे ध्यान में रखकर योजनाएं बनानी होंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 साल पहले तक राजधानी भोपाल से सिर्फ दो फ्लाइट चलती थी, लेकिन अब इसमें कई गुना बढ़ोतरी हुई है, लेकिन ऐसे कई और क्षेत्र हैं, जहां सुविधाओं में इजाफा करना है. कृषि क्षेत्र में कैसे क्रांति आए, इस दिशा में भी सरकार आगे कदम बढ़ा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पास इंटेलेक्चुअल कैपिटल है, इसी को आगे रखकर हमें आगे बढ़ना है.