भोपाल। हाई-प्रोफाइल केस प्यारे मियां मामले में दुष्कर्म का शिकार हुई किशोरियों को बालगृह में रखा गया है. इन बच्चियों की कॉउंसलिंग अब भी जारी है. इस मामले को बाल आयोग ने गंभीरता से लेते हुए नाबालिग छात्राओं के साथ हुए दुष्कर्म और प्रताड़ना के मामले में पुलिस विभाग से जांच रिपोर्ट मांगी थी.
इस मामले को एक महीने से ज्यादा हो चुका है, लेकिन आयोग को अब तक किशोरियों की जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. इतना ही नहीं नाराजगी जताते हुए बाल आयोग ने दूसरी बार डीजीपी को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट मांगी थी, इसके बाद भी रिपोर्ट नहीं मिलने पर पुलिस विभाग को समन जारी करने की बात भी कही गई थी, लेकिन अब तक न पत्र का जवाब आयोग को दिया गया, और ना ही जांच रिपोर्ट सौंपी गई है.
बाल आयोग के सदस्य बृजेश चौहान ने कहा है कि पुलिस विभाग इतने गंभीर मामले में इतनी ढील क्यों बरत रही है, और आखिर विभाग को आयोग को रिपोर्ट देने में क्या परेशानी है. बाल आयोग ने पत्र का जवाब ना मिलने पर बेहद नाराजगी जताई है.