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फिजियोथैरेपिस्टो ने कांग्रेस कार्यालय का किया घेराव, पीसीसी अधिकारियों ने दिया आश्वसन - पीसीसी

फिजियोथेरैपिस्टों की मांग है कि उन्हें पैरामेडिकल काउंसिल से अलग कर फिजियोथैरेपिस्ट काउंसिल बनाई जाए.

फिजियोथैरेपिस्ट ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया
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Published : Jul 6, 2019, 10:02 PM IST

भोपाल। पिछले 18 सालों से अलग फिजियोथैरेपी काउंसिल की मांग कर रहे मध्यप्रदेश के फिजियोथेरैपिस्टों ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया है. बता दें फिजियोथेरैपिस्टों की मांग है कि उन्हें पैरामेडिकल काउंसिल से अलग कर फिजियोथैरेपिस्ट काउंसिल बनाई जाए.

पीसीसी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आंदोलनकारियों से बात कर उनकी बात कमलनाथ सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है. फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि अगर 16 जुलाई तक उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.दरअसल फिजियोथैरेपिस्ट का कहना है कि फिजियोथेरेपी एक स्वतंत्र प्रोफेशन है. जो स्वतंत्र तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं.

फिजियोथैरेपिस्ट ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया

फिजियोथैरेपी की पढ़ाई 7 से 10 साल तक की होती है. उनका कहना है कि फिजियोथैरेपिस्ट पैरामेडिकल के अंतर्गत नहीं आते हैं. यह पूरी दुनिया में स्वतंत्र हैं. जबकि इसकी जानकारी भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ को भी है. इसके बाद भी मध्यप्रदेश में पिछले 16 सालों से बार-बार मांग करने के बाद फिजियोथैरेपी काउंसिल अलग से नहीं बनाई जा रही है.जबकि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात में अलग काउंसिल बना दी गई है. प्रदेश संगठन महामंत्री इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री प्रशासन राजीव सिंह का कहना है कि हमने फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों से बात की है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की मांग संबंधित विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी.

भोपाल। पिछले 18 सालों से अलग फिजियोथैरेपी काउंसिल की मांग कर रहे मध्यप्रदेश के फिजियोथेरैपिस्टों ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया है. बता दें फिजियोथेरैपिस्टों की मांग है कि उन्हें पैरामेडिकल काउंसिल से अलग कर फिजियोथैरेपिस्ट काउंसिल बनाई जाए.

पीसीसी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आंदोलनकारियों से बात कर उनकी बात कमलनाथ सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है. फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि अगर 16 जुलाई तक उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.दरअसल फिजियोथैरेपिस्ट का कहना है कि फिजियोथेरेपी एक स्वतंत्र प्रोफेशन है. जो स्वतंत्र तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं.

फिजियोथैरेपिस्ट ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया

फिजियोथैरेपी की पढ़ाई 7 से 10 साल तक की होती है. उनका कहना है कि फिजियोथैरेपिस्ट पैरामेडिकल के अंतर्गत नहीं आते हैं. यह पूरी दुनिया में स्वतंत्र हैं. जबकि इसकी जानकारी भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ को भी है. इसके बाद भी मध्यप्रदेश में पिछले 16 सालों से बार-बार मांग करने के बाद फिजियोथैरेपी काउंसिल अलग से नहीं बनाई जा रही है.जबकि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात में अलग काउंसिल बना दी गई है. प्रदेश संगठन महामंत्री इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री प्रशासन राजीव सिंह का कहना है कि हमने फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों से बात की है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की मांग संबंधित विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी.

Intro:भोपाल। पिछले 18 सालों से अलग फिजियोथेरेपी काउंसिल की मांग कर रहे मप्र के फिजियोथैरेपिस्ट का सब्र जवाब देने लगा है। भोपाल में जुटे प्रदेशभर के फिजियोथैरेपिस्ट ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारी फिजियोथैरेपिस्ट की मांग है कि उन्हें पैरामेडिकल काउंसिल से अलग कर फिजियोथैरेपिस्ट काउंसिल बनाई जाए। पीसीसी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आंदोलनकारियों से बात की और उनकी बात कमलनाथ सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि अगर 16 तारीख तक हमारी मांग पर विचार नहीं किया गया तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे


Body:दरअसल फिजियोथैरेपिस्ट का कहना है कि फिजियोथेरेपी एक स्वतंत्र प्रोफेशन है, जो स्वतंत्र तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं। फिजियोथैरेपी की पढ़ाई 7 से 10 वर्ष तक की होती है। फिजियोथेरेपिस्ट पैरामेडिकल के अंतर्गत नहीं आते हैं। यह पूरी दुनिया में स्वतंत्र हैं। इसकी जानकारी भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ को भी है। इसके बावजूद मध्यप्रदेश में पिछले 16 सालों से बार-बार मांग करने के बाद फिजियोथैरेपी कौंसिल अलग से नहीं बनाई जा रही है।जबकि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात में अलग काउंसिल बना दी गई है। इसी सिलसिले में आज फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन अपनी मांग को लेकर मप्र कांग्रेस कार्यालय पहुंची। मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से बात करने के बाद फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि अगर 10 दिन के अंदर उनकी मांगे नहीं मानी गईं,तो वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले जाएंगे।


Conclusion:फिजियोथैरेपिस्ट मीना ली का कहना है कि हम लोग आज प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि हमें स्वतंत्र फिजियो थेरेपी काउंसिल चाहिए 18 साल से हम लोग एमपी पैरामेडिकल काउंसिल के अंतर्गत आते हैं 2002 में बात हुई थी कि एमपी पैरामेडिकल काउंसिल से उन्हें अलग कर दिया जाएगा लेकिन तब हमारी संख्या काफी कम थी आज भोपाल में ही करीब डेढ़ हजार फिजियोथैरेपिस्ट हैं और पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 3 से 4000 तक है हम लोग पैरामेडिकल के सब नियम मानते हैं पैरामेडिकल का कोर्स दो या 3 साल का होता है और वह टेक्नीशियन की श्रेणी में आते हैं हम लोग 5 से 6 साल तक का कोर्स करते हैं इसके बावजूद हमें स्वतंत्र काउंसिल नहीं बनाई गई है जिसके कारण हमें जॉब मिलने में दिक्कत होती है हम लोग पैरामेडिकल काउंसिल के अंतर्गत नहीं आना चाहते हैं अभी हमारा सांकेतिक प्रदर्शन है और 16 जुलाई तक हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। बाइट - मनाली - फिजियोथेरेपिस्ट बाइट - राजीव सिंह - प्रदेश संगठन महामंत्री इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री प्रशासन राजीव सिंह का कहना है कि हमने फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों से बात की है. इनकी फिजियोथैरेपी काउंसिल की मांग है जो संबंधित विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी और इन के हित में निर्णय लेने का आग्रह किया जाएगा।
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