भोपाल। कोरोना महामारी के कारण लोगों को काफी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. राजधानी भोपाल में अनलॉक के बाद सराफा बाजार में अचानक से लोगों की भीड़ जम गई. यहां बड़ी संख्या में लोग ज्वेलर्स के पास अपने जेवर गिरवी रखकर कर्ज लेने आ रहे हैं. महामारी के इस दौर में अपनी पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वह यह सब करने को मजबूर हो गए हैं. महामारी में लोग कितनी समस्याओं से जूझ रहे हैं, यह पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे.
महामारी में परिवार पर टूटी आफत
राजधानी के तुलसीनगर इलाके में रहने वाली मंजू सिंह काफी परेशानी का सामना कर रही हैं. इनकी मां और सासू मां दोनों ही कोरोना काल के दौरान बीमार हो गए, तो करीब एक लाख रुपए खर्च आया. अब उन्हें अपनी बेटी की शादी करनी है. घर की आर्थित स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है. घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत है तो अपने जेवर गिरवी रखने सराफा चौक बाजार पहुंच गई. ज्वेलर्स से रकम लेकर अपने घर की पारिवारिक जरूरतों को पूरा करना है.
बेटी बीमार, अस्पताल में भर्ती, नहीं है पैसा
रायसेन जिले के दीवानगंज से भोपाल के सराफा चौक बाजार पहुंचे दिनेश गोस्वामी मनिहारी मजदूरी का काम करते हैं. उनकी बेटी बीमार हैं और हमीदिया अस्पताल में भर्ती है. उनका आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना है. पत्नी के कुछ जेवर थे वो ज्वेलर्स के यहां गिरवी रखने आए हैं. ताकि बेटी का इलाज करा सके.
करीब 20 फीसदी ग्राहक गिरवी वाले
सराफा व्यवसायी एसोसिएशन के प्रवक्ता नवनीत अग्रवाल बताते हैं कि सराफा बाजार अनलॉक होने के बाद, पिछले दो दिनों से शादी की खरीदी करने लोग आ रहे हैं. लेकिन करीब 20 फीसदी ग्राहक ऐसे हैं जो कि अपने जेवर गिरवी रखने आ रहे हैं. उनका कहना है कि कोरोना काल में लोगों की आमदनी खत्म हो गई है, इसलिए जेवर गिरवी रखने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.
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गोल्ड लोन लेने वालों की संख्या भी बढ़ी
लोग कर्ज के लिए सोने के जेवर, ब्रेसलेट, कड़े, पेंडेंट से लेकर मंगलसूत्र और हार तक गिरवी रख रहे हैं.जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 25 मार्च से 15 मई तक 7 हजार से अधिक लोगों ने गोल्ड लोन लिया है. आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के पहली लहर में जनवरी 2021 तक एक साल में गोल्ड लोन की रफ्तार 132 फीसदी तक बढ़ी है.