भोपाल। 31 अक्टूबर को मध्यप्रदेश की स्थापना के 63 वर्ष पूरे हो गए. एक नवंबर को मध्यप्रदेश 64वां स्थापना मना रहा है, इस मौके पर साहित्य, संस्कृति और कला जगत से जुड़े लोगों ने प्रदेशवासियों को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी. प्रसिद्ध कवि राजेश जोशी ने प्रदेशवासियों को स्थापना की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश देश का दिल है. साहित्य, संस्कृति और कला में प्रदेश ने अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं. आगे भी प्रदेश उन्नति करता रहेगा.
मध्यप्रदेश नाट्य शाला के निदेशक आलोक चटर्जी ने कहा कि भाषाई आंदोलन के बाद मध्यप्रदेश की स्थापना कई रियासतों को मिलाकर की गई थी. प्रदेश में महाकवि कालिदास, हरिशंकर परसाई, तानसेन जैसी महान विभूतियों ने जन्म लिया है. भारत भवन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रेमचंद शुक्ला ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सांझी विरासत का प्रतीक है. मध्यप्रदेश शांति का टापू है.
पद्म श्री मेहरून्निसा परवेज ने कहा कि अच्छे फूल जहां खिलते हैं, वहां कांटे भी होते हैं, लेकिन आपस की बुराई को भूल कर प्रदेश की खुशहाली के लिए काम करना चाहिए, जिससे हमारी संस्कृति को बचाया जा सके.