भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों के एक के बाद एक पार्टी का साथ छोड़ने पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह ने अपनी पार्टी पर ही सवाल उठाए हैं. गोविंद सिंह का कहना है कि संगठन कमजोर है, जिसके कारण विधायक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. अगर संगठन मजबूत रहता तो जिले का चौतरफा दबाव रहता, जिले में हमारा संगठन कमजोर होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो रही है.
एक तरफ बीजेपी कांग्रेस की संज्ञा डूबते जहाज से कर रही है, तो वहीं कांग्रेस के बड़े नेता और सीनियर विधायक गोविंद सिंह कहते हैं , 'कोई कमी पार्टी की रही होगी तभी तो लोग भाग रहे हैं. हम आर्थिक रूप से कुछ दे नहीं सकते लेकिन भाईचारे और आत्मीय संबंध से उन्हें रोक सकते हैं, कहीं ना कहीं संगठन की कमजोरी है. इसलिए पूरे-पूरे देश में कांग्रेस के प्रति लोगों का मोहभंग हो रहा है.
राहुल गांधी को फिर से नेतृत्व सौंपने पर गोविंद सिंह ने कहा, 'कांग्रेस में एकल नेतृत्व नहीं होना चाहिए. उनकी मान्यता है कि पार्टी प्रजातांत्रिक तरीके से चले जहां एकीकरण होता है, वहां मतभेद और नाराजगी पैदा होती है, सामूहिक नेतृत्व में बहस और चर्चा होती है. तभी कुछ निकलता है.'