भोपाल। प्रदेश सरकार ने अपराधों की सूचना और पुलिस की मदद लेने के लिए आम जनता को डायल 100 की सेवा दी थी. इसके अलावा फायर ब्रिगेड के लिए 101 की सेवा हुआ करती थी, लेकिन अब मध्य प्रदेश पुलिस की डायल 100 सेवा के माध्यम से पुलिस सहायता के अलावा फायर ब्रिगेड सेवाएं भी उसी तर्ज पर उपलब्ध की जा सकेंगी. डायल 100 सेवा में प्राप्त होने वाली सूचनाओं को अग्निशमन विभाग से एकीकृत किया जा रहा है .
डायल 100 में पुलिस के साथ अब फायर ब्रिगेड को भी दे सकते हैं जानकारी प्रदेशभर में तैनात फायर ब्रिगेड में एंड्राइड मोबाइल डाटा टर्मिनल डिवाइस (MDT डिवाइस) स्थापित किया जा रहा है. जिससे आग लगने की सूचना मिलते ही तुरंत उस जगह पर फायर ब्रिगेड वाहन भेज दिया जाएगा. साथ ही इसकी मदद से एक से ज्यादा फायर ब्रिगेड वाहन की जरुरत होने पर घटनास्थल पर भेजे जा सकेंगीं . MDT डिवाइस में मौजूद GPS के माध्यम से फायर ब्रिगेड को घटनास्थल तक पहुंचने में आसानी होगी और कंट्रोल रूम को सतत रूप से उसकी लोकेशन भी मिलती रहेगी . MDT डिवाइस को संचालित करने के लिए प्रदेशभर के प्रत्येक फायर ब्रिगेड वाहन पर तैनात फायरमैन और चालक को पुलिस दूरसंचार मुख्यालय भोपाल में प्रशिक्षण दिया जा रहा है .इस नवाचार के तहत लोगों को अलग-अलग नंबर लगाने की परेशानी से भी निजात मिल जाएगा. साथ ही मध्य प्रदेश पुलिस की डायल 100 सेवा के माध्यम से अब आगजनी की घटना की शिकायत भी आसानी से की जा सकेगी. इससे काफी तत्परता के साथ काम हो सकेगा. वहीं कहीं भी आगजनी की घटना होगी तो ना केवल फायर ब्रिगेड की टीम बल्कि पुलिस विभाग की टीम भी तुरंत मौके पर पहुंच जाएगी. इस नवाचार के लिए काफी समय से काम किया जा रहा था. जिससे इन दोनों ही प्रमुख विभागों का आपसी सामंजस बन सके.