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माता-पिता के झगड़े में पिस रहा मासूमों का बचपन, नशे के आदी हैं दंपति

राजधानी के फैमिली कोर्ट में नशे के आदी हो चुके पति-पत्नी का मामला सामने आया है. आरोप है कि नशे के चलते वे अपने बच्चों की सही तरीके से परवरिश नहीं कर पा रहे हैं.

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माता-पिता के झगड़े में पिस रहा मासूमों का बचपन
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Published : Feb 7, 2020, 12:50 PM IST

भोपाल। राजधानी के फैमिली कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी दोनों को नशे की लत है. दोनों के झगड़ों का असर उनके बच्चों पर पड़ रहा है और वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. इस मामले में तलाक की अर्जी लगाई गई है. दंपति के दो बच्चे हैं 17 साल की बेटी और 15 साल का बेटा. इस मामले में पति-पति अपने ही झगड़ों से परेशान हैं.

माता-पिता के झगड़े में पिस रहा मासूमों का बचपन

मामले की सुनवाई कर रही काउंसलर सरिता राजानी ने बताया कि पति-पत्नी के झगड़े और फिर तलाक के मामले तो आए दिन फैमिली कोर्ट में आते हैं. उन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई अभी फैमिली कोर्ट में जारी है. उन्होंने इस तरह के मामलों को समाज के लिए घातक बताया.

काउंसलर ने बताया कि हाल ही में कुछ मामले ऐसे आए हैं, जिसमें पति-पत्नी के आपसी झगड़ों के चलते बच्चे मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं और उनकी देखरेख करने के लिए कोई नहीं है. ऐसे में बच्चों की जिंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने के लिए उनके आसपास कोई नहीं है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उनके माता-पिता की खुद है.

भोपाल। राजधानी के फैमिली कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पति-पत्नी दोनों को नशे की लत है. दोनों के झगड़ों का असर उनके बच्चों पर पड़ रहा है और वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. इस मामले में तलाक की अर्जी लगाई गई है. दंपति के दो बच्चे हैं 17 साल की बेटी और 15 साल का बेटा. इस मामले में पति-पति अपने ही झगड़ों से परेशान हैं.

माता-पिता के झगड़े में पिस रहा मासूमों का बचपन

मामले की सुनवाई कर रही काउंसलर सरिता राजानी ने बताया कि पति-पत्नी के झगड़े और फिर तलाक के मामले तो आए दिन फैमिली कोर्ट में आते हैं. उन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई अभी फैमिली कोर्ट में जारी है. उन्होंने इस तरह के मामलों को समाज के लिए घातक बताया.

काउंसलर ने बताया कि हाल ही में कुछ मामले ऐसे आए हैं, जिसमें पति-पत्नी के आपसी झगड़ों के चलते बच्चे मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं और उनकी देखरेख करने के लिए कोई नहीं है. ऐसे में बच्चों की जिंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने के लिए उनके आसपास कोई नहीं है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उनके माता-पिता की खुद है.

Intro:पति पत्नी के झगड़ो का खामियाजा भुगत रहे मासूम बच्चे आम तौर पर पति पत्नी के लड़ाई झगड़े घरेलू हिंसा की वजह से सामने आते हैं और अक्सर पति पत्नी झगड़ों का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ता है राजधानी की फैमिली कोर्ट में तमाम ऐसे मामले आ रहे हैं जहां माता पिता के झगड़ों के चलते बच्चों को सफर करना पड़ रहा है हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां नशे के आदी माता पिता बच्चों पर भारी पड़ रहे हैं


Body:राजधानी के फैमिली कोर्ट में प्रतिदिन पति पत्नी के विवादों का मामला सामने आता है घरेलू झगड़ो के चलते पति पत्नी में लड़ाई ऐसा रूप लेलेति है कि बात तलाक तक पहुंच जाती है लेकिन फैमिली कोर्ट में इन दिनों जो मामले सामने आ रहे है उसमें पति पत्नी के झगड़ो का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है पढ़ाई लिखाई की उम्र में बच्चे माता पिता के झगड़ों से मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं

हाल ही में राजधानी के फैमिली कोर्ट में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पति पत्नी नशे के आदी हो चुके हैं और दोनों के झगड़ों के चलते बच्चे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं इस मामले में तलाक की अर्जी लगाई है महिला के पति ने जो राजधानी में व्यवसाय करता है जिनकी शादी 1994 में हुई थी आज दो बच्चे हैं 17 साल की बेटी और 15 साल का बेटा इस मामले में पति पति अपने ही झगड़ों से परेशान हैं दोनों नशे के आदी है पर इस नशे के चलते वह अपने बच्चों की परवरिश नहीं कर पा रहे हैं

मामले की सुनवाई कर रही काउंसलर सरिता राजानी ने बताया कि पति पत्नी के झगड़े और फिर तलाक के मामले तो आए दिन फैमिली कोर्ट में आते हैं लेकिन इन दिनों से मामले आ रहे हैं वह चिंताजनक है उन्होंने बताया कि जिस तरह पति-पत्नी के झगड़ों का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है इससे हमारे आने वाले भविष्य पर भी एक चिंता है काउंसलर ने बताया की हाल ही में कुछ मामले ऐसे आए हैं जिसमें पति पत्नी के आपसी झगड़ों के चलते बच्चे मानसिक रूप से बीमार है और उनकी देखरेख करने के लिए कोई नहीं है ऐसे में बच्चों की जिंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने के लिए उनके आस पास कोई नहीं है जिसकी पूरी जिम्मेदारी उनके माता-पिता की स्वयं है

काउंसलर ने बताया एक मामला ऐसा आया है जहां पति पत्नी दोनों शासकीय पद पर पदस्थ है और दोनों मैं प्रतिदिन झगड़े होते हैं इन की दो बेटियां हैं जो नाबालिक है दोनों डायबिटीज की पेशेंट है क्योंकि माता-पिता दोनों का अपने झगड़ों से ही फुर्सत नहीं है इस चक्कर में उनकी बेटियां खेलने कूदने की उम्र में डायबिटीज से जूझ रही है

काउंसलर ने बताया मामले की सुनवाई अभी फैमिली कोर्ट में जारी है हालांकि काउंसिल ने बताया कि इस तरह के मामले समाज के लिए घातक है

बाइट- सरिता रज़ानि काउंसलर


Conclusion:राजधानी के फैमिली कोर्ट में आया ऐसा मामला जहां पति पत्नी दोनों ही नशे के आदी है पति ने लगाई पत्नी को नशे की लत पति पत्नी का नशा बच्चों पर पढ़ रहा भारी
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