भोपाल। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की गई है. 2023 के लिए राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी है. सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्मश्री शामिल हैं. पद्मश्री पुरस्कार के लिए मध्यप्रदेश के तीन लोगों के नामों की घोषणा की गई है. जिसमें से दो युगल हैं. इन्हें कला के लिए पुरस्कार दिया जाएगा.
मध्यप्रदेश के जिन तीन लोगों के नामों की घोषणा हुई है, उसमें एक जबलपुर के जाने-माने डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र डाबर हैं. वहीं दूसरा नाम जोधियाबाई बैगा को कला के लिए और तीसरा नाम युगल रमेश परमार व शांति परमार का नाम हैं, इन्हें कला के लिए पद्मश्री दिया जाएगा.
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For 2023, the President has approved conferment of 106 Padma Awards incl 3 duo cases. The list comprises 6 Padma Vibhushan, 9 Padma Bhushan & 91 Padma Shri. 19 awardees are women & the list also includes 2 persons from category of Foreigners/NRI/PIO/OCI and 7 Posthumous awardees pic.twitter.com/Gl4t6NGSzs
— ANI (@ANI) January 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 25, 2023For 2023, the President has approved conferment of 106 Padma Awards incl 3 duo cases. The list comprises 6 Padma Vibhushan, 9 Padma Bhushan & 91 Padma Shri. 19 awardees are women & the list also includes 2 persons from category of Foreigners/NRI/PIO/OCI and 7 Posthumous awardees pic.twitter.com/Gl4t6NGSzs
— ANI (@ANI) January 25, 2023
कौन हैं डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र डाबर: 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान बतौर आर्मी डॉक्टर सेवा देने वाले जबलपुर के जाने-माने डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र डाबर के नाम की घोषणा की गई है. जिन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. डॉक्टर मुनीश्वर पिछले 50 सालों से जबलपुर में गरीब और वंचित लोगों को सस्ता इलाज कर रहे हैं.
जानिए जोधइया बाई के बारे में: शहडोल संभाग के उमरिया जिले के लोढ़ा गांव की रहने वाली बैगा आदिसावासी जोधइया बाई का नाम भी पद्मश्री पुरस्कार में शामिल है. 80 साल की उम्र पार चुकीं जोधइया बाई को कला के लिए यह सम्मान दिया जाएगा. उनकी कलाकारी की दुनिया मुरीद है. उनकी बनाई कला की प्रदर्शनी इटली के मिलान शहर में भी लगी थी. जोधइया बाई बैगा की चित्रकारी मध्यप्रदेश के जनजातीय संग्रहालय, शांति निकेतन, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा सहित कई अलग अलग जगहों पर प्रदर्शित की जा चुकी है, 80 की उम्र पार कर चुकीं जोधइया बाई बैगा का जोश 20 साल के युवा से कम नहीं है. जो अपने हुनर से बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं व समाज के लिए बड़ी नजीर पेश कर रही हैं. बता दें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैगा चित्रकारी की आइकान बन चुकीं जोधइया बाई बैगा का नाम दूसरी बार पद्मश्री के लिए भेजा गया था. इस बार उनका नाम जनजातीय संग्रहालय मध्य प्रदेश भोपाल से भेजा गया था.
रमेश परमार और शांति परमार को भी पद्म श्री: इसके अलावा झाबुआ के रहने वाले रमेश परमार और शांति परमार को कला के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान मिलेगा. दोनों डॉल बनाते हैं. इसकी डिमांड विदेशों में खूब है. पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा के बाद एमपी सीएम समेत अन्य नेताओं ने सभी को बधाई दी है.
बता दें केंद्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार 2023 की विजेताओं के नामों की घोषणा कर दी है. इस सूची में इस बार भी कई चौंकाने वाले नामों को शामिल किया गया है. सम्मानित होने वाली हस्तियों में पश्चिम बंगाल के पूर्व डॉ दिलीप महिलानाबीस को मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा गया है. उन्हें ओआरएस की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया है. जबकि रतन चंद्राकर को पद्मश्री दिया गया है. रमन चंद्राकर को अंडमान के जारवा ट्राईबल्स में निवेश के लिए बेहतर काम के लिए है सम्मान दिया जाएगा.