भोपाल। मध्यप्रदेश साइबर सेल के अधिकारियों के मुताबिक ठगों ने ऑनलाइन ठगी का नया तरीका खोज निकाला है. ठग इतने शातिर हैं कि, फोन लगाकर पटेल साहब या ठाकुर साहब जैसे कॉमन नेम से संबोधित करते हैं, परिचय पूछने पर कहते हैं कि आप मुझे भूल गए हैं क्या, फिर कहते हैं कि हमने आपको नए नंबर से फोन किया है तो आप हमें पहचान नहीं रहे हैं, इसके बाद ठग कहते हैं कि अच्छा मेरी आवाज पहचानिए मैं कौन हूं, अगर आपने किसी परिचित का नाम बोल दिया, तो ठग उसी नाम से बात करने लगता है, अगर आप इतने में भी झांसे में नहीं आए, तो ठग कोई कॉमन नाम जैसे राहुल मनोज राजेश बताकर आपसे फोन पर साधारण बातचीत करने लगता है, उसके बाद वह धीरे-धीरे बातों में उलझाकर अपने जाल में फांस लेता है, परिचित, रिश्तेदार बनने के बाद जालसाज कहते हैं कि, मैं आपके खाते में पैसे भेज रहा हूं, मैं बाद में आपसे ले लूंगा और फिर फोन पर एक पे एप्लीकेशन भेजता है, एप एक्सेप्ट करते ही, आपके बैंक खाते से पैसा जालसाज के खाते में ट्रांसफर हो जाता है.
मध्य प्रदेश साइबर सेल ने यह एडवाइजरी जारी की है
- 1-फोन पर अंजान व्यक्ति के कहने पर ना कोई धनराशि अपने बैंक खाते में प्राप्त करें और ना ही किसी अनजान व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करें.
- 2-फोन पर अनजान व्यक्ति से बात करते समय अपने मोबाइल वॉलेट जैसे पेटीएम,फोन पे का उपयोग करते समय अनजान व्यक्ति के दिशा निर्देशों का पालन ना करें.
- 3-किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंक, वॉलेट से संबंधित कोई गुप्त जानकारी जैसे, यूपीआई आईडी, यूपीआई पिन, एटीएम कार्ड डिटेल्स और सीवीवी नंबर साझा न करें.
- 4-किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर कोई स्क्रीन शेयरिंग एप्लीकेशन जैसे क्विक सपोर्ट, एनी डेस्क और टीम विवर आदि डाउनलोड ना करें.
- 5-यदि आपके पास इस प्रकार का कोई कॉल आता है, तो तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें.
- 6-आपकी सतर्कता, सूझबूझ और सहयोग से इस प्रकार के जालसाज, ठगों और अपराधियों के मंसूबों पर अंकुश लगाया जा सकता हैं.
- 7-मध्य प्रदेश साइबर पुलिस ने शिकायत के लिए 7049106300 नंबर जारी किया है.