भोपाल। राजधानी में कई जगहों पर ट्रैफिक पुलिस वाहनों की जांच कर रही है, लेकिन पिछले 2 महीने में पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वाले एक भी व्यक्ति का चालाक नहीं काटा है. इस साल पुलिस ने 1 जनवरी से लेकर 22 मार्च तक 241 लोगों के खिलाफ शराब पीकर वाहन चलाने की कार्रवाई की थी. अप्रैल और मई महीने में एक भी व्यक्ति के खिलाफ चालानी कार्रवाई नहीं की गई है.
हलांकि एक कारण ये भी सामने आ रहा है कि, शराबी चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को उनके मुंह के पास जाकर ब्रीथ एनालाइजर लगाना पड़ता है. इससे संबंधित पुलिस कर्मचारी के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही एक ब्रीथ एनालाइजर से कई लोगों की जांच करने से कोरोना संक्रमण फैलने का भी डर है, ऐसी स्थिति में पुलिस कोई मुसीबत मोल नहीं लेना चाहती है. लेकिन ऐसे में सड़क हादसे बढ़ने की आशंका भी बढ़ गई है.
वहीं ट्रैफिक पुलिस ब्रीथ एनालाइजर मशीन से शराब पीने की पुष्टि होने के बाद संबंधित वाहन चालक का मोटर यान अधिनियम की धारा- 185 के तहत चालान बनाया जाता है. इसमें वाहन भी चेक किया जाता है. इसके साथ ही अदालत से कम से कम 5 हजार रूपये का जुर्माना भरने के बाद ही वाहन चालक को राहत मिलती है. लिहाजा लॉकडाउन के 2 महीनों में पुलिस ने यातायात नियम तोड़ने वाले 10 हजार से भी ज्यादा लोगों के खिलाफ चलानी कार्रवाई की है, लेकिन इनमें एक भी व्यक्ति ऐसा शामिल नहीं है, जिसके खिलाफ पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने को लेकर कार्रवाई की हो.
शराब पीकर वाहन चलाने पर हुई इतनी कार्रवाई
जनवरी- 44
फरवरी- 66
मार्च- 129
अप्रैल- 0
मई- 0