भोपाल। उज्जैन महाकाल में मूर्तियों के टूटने से सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है, लगातार कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच किरकिरी से बचने के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि उन मूर्तियों को अब ठीक नहीं किया जाएगा बल्कि अब नई मूर्तियां लगाई जायेंगी. नगरीय विकास आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि महाकाल लोक में खंडित प्रतिमाएं नहीं लगाई जाएगी, नई प्रतिमाएं लगाने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि आंधी-तूफान की वजह से खंडित सप्त ऋषि की प्रतिमाएं ताश के पत्तो की तरह ढह गई थीं.
महाकाल लोक में तूफान का तांडव: एमपी में रविवार को आए तेज आंधी-तूफान ने उज्जैन के महाकाल मंदिर, महाकाल लोक में बनी कई मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया था. तेज आंधी-तूफान का कहर महाकाल लोक में इस कदर बरपा की महाकाल लोक परिसर में लगी सप्त ऋषि की प्रतिमाओं में से 6 विशाल प्रतिमाएं टूट कर गिर गई. जानकारी के अनुसार जिस वक्त ये मूर्तियां टूट कर गिरी उस समय महाकाल लोक में कई श्रद्धालु मौजूद थे जो बाल-बाल बचे. जिसके बाद सुरक्षा के चलते मंदिर समिति ने महाकाल लोक क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालुओं को बाहर किया है.
कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप: कांग्रेस का आरोप है कि सप्त ऋषि की मूर्तियों में इतना भ्रष्टाचार हुआ कि हल्की हवा भी नहीं झेल पाई, एक मूर्ति की कीमत 45 लाख की लगाई गई थी.
पीएम मोदी ने महालोक कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. कांग्रेस का आरोप है कि नई मूर्तियां इसलिए लगाई जा रही हैं कि फिर बीजेपी सरकार इसमें भ्रष्टाचार और बंदरबांट कर सके. वहीं इससे पहले पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा था कि अंधेरें में मूर्तियां सुधारी जा रही हैं जबकि खंडित मूर्तियां पुन: स्थापित नहीं की जातीं बल्की विसर्जित की जाती हैं. इसलिए नई मूर्तियां स्थापित की जाए.