भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा को गांवों तक ले जाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग विशेष तैयारी कर रहा है. मोहन यादव ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत नए सिरे से एडमिशन प्रक्रिया चलाई जा रही है.
कॉलेजों मे नए डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत
प्रदेश के कॉलेजों में 177 नए डिप्लोमा और 282 नए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जा रहे हैं. इन कोर्स के बाद छात्रों को वैकल्पिक विषय चुनने का मौका मिलेगा. डिप्लोमा व्यवसायिक स्तर का कराया जाएगा, जिससे छात्रों को रोजगार मिलने में आसानी हो. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश के सकल पंजीयन अनुपात (Gross Enrollment Ratio) में पिछले 5 सालों में 4% की वृद्धि हुई है.
मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री, मध्य प्रदेश
GER के राष्ट्रीय औसत से आगे निकलेगा एमपी
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस साल एमपी GER के राष्ट्रीय औसत 27% से आगे निकलने की कोशिश करेगा. नए सत्र में प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट महाविद्यालय में 25% सीटों की वृद्धि की गई है. जो छात्र नियमित विद्यार्थी के रूप में पढ़ने में सक्षम नहीं है, ऐसे छात्रों के लिए 134 निजी, सरकारी महाविद्यालयों में मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के स्टडी सेंटर खोले गए है. अभी तक निजी विश्वविद्यालय में सेंटर नही खोले जाते थे, अब वहां भी सेंटर खोले जा रहे हैं. अभी तक इस साल 5 लाख 36 हजार छात्रों ने कॉलेज में प्रवेश लिया है.
सरकारी, प्राइवेट कॉलेज गोद लेंगे एक-एक गांव
मोहन यादव ने कहा कि अब से सभी निजी और शासकीय कॉलेज कम से कम एक गांव को गोद लेंगे. कॉलेज इन गांवों में मूलभूत सुविधाएं सुधारने के साथ लगातार वहां के दौरे करेंगे. पहले सीमित संख्या में बच्चे गांवों में जाकर विकास के काम करते थे लेकिन अब पूरा कॉलेज गांवों में जाकर विकास कार्य करेगा. उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश मे 1500 गांव गोद लिए जाएंगे. साथ ही कोई भी युवक उच्च शिक्षा से वंचित न हो इसके लिए सर्वे करवाया जाएगा.
स्थिति सामान्य होते ही कॉलेज चुनाव सम्पन्न
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने छात्रसंघ चुनाव को लेकर भी जानकारी दी है. मंत्री मोहन यादव ने कहा कि कोरोना की स्थिति सामान्य होते ही कॉलेज लेवल पर छात्रसंघ चुनाव का आयोजन किया जाएगा. फिलहाल तो 50 फीसदी क्षमता के साथ ही कॉलेज लगाने पड़ रहे हैं.