भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत के बाद उनके शव प्रबंधन और निपटान को लेकर लापरवाही बरती जा रही हैं, जिसपर स्वास्थ्य विभाग ने अब सख्त रुख अपनाया है. स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. किदवई ने निर्देश जारी किया है कि, यदि आगे से शव प्रबंधन या निपटान में कोई लापरवाही बरती जाती है, तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य आयुक्त ने निर्देश जारी कर कहा है कि, कोरोना वायरस के संदिग्धओँ की मौत हो जाने पर उनके शव का प्रबंधन और निपटान कोरोना संक्रमित मरीजों की तरह ही किया जाए. किदवई ने बताया कि, संचलनालय को जानकारी मिली है कि, कोरोना संदिग्ध मामलों में रिपोर्ट आने तक अनावश्यक रूप से शव को रखा जा रहा है. जो कि सही नहीं है. उन्होंने निर्देश दिया है कि, संदिग्ध प्रकरणों का शव प्रबंधन और निपटान पहले जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही किया जाए. ऐसा नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
ये हैं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश
- सभी पैरामैडिकल स्टाफ के साथ ही मर्चुरी, एम्बुलेंस, श्मशान/ कब्रिस्तान के कर्मियों को संक्रमण रोकथाम के लिए प्रशिक्षण और एप्रन, दस्ताने, मास्क, चश्मा आदि व्यक्तिगत सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराया जाए.
- सभी मेडिकल अपशिष्टों का प्रबंधन बॉयोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन मानकों के अनुसार ही किया जाए.
- शव को विषाणु मुक्त कर के ही ले जाया जाए.
- रिसाव रोकने के उपायों को सुनिश्चित करें.
- शव निपटान में लाए गए सभी उपकरणों एवं समान को विषाणुमुक्त (डिसइन्फैक्ट) किया जाए.
- परिजन शव के अंतिम दर्शन कर सकेंगे, लेकिन उसे छूने, चूमने और नहलाने से रोका जाए.
- शवदाह के बाद राख का संग्रहण बिना किसी खतरे के किया जा सकता है.
- अंतिम संस्कार/दफनाने के बाद हाथों की अच्छे से सफाई आवश्यक रूप से सुनिश्चित की जाए.
- श्मशानों/कब्रिस्तानों में भीड़ को नियंत्रित किया जाए और सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय सुनिश्चित किए जाएं.