भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी खींचतान के बीच नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. बीजेपी लगातार राज्यपाल के समक्ष फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग कर रही है, वहीं राज्यपाल ने भी एक बार फिर मुख्यमंत्री को फ्लोर टेस्ट करने के लिए पत्र लिखा है, लेकिन पत्र प्राप्त होने के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की. जहां उन्होंने राज्यपाल से कहा है कि विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए. जिसपर बीजेपी सीएम पर हमलावर हो गई.
फ्लोर टेस्ट से पीछे हट रही है सरकार
प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया है कि अविश्वास प्रस्ताव की बात बीजेपी ने कही ही नहीं है. मुख्यमंत्री सरासर झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम फ्लोर टेस्ट के लिए अभी तक तैयार थे, लेकिन अब अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस फ्लोर टेस्ट टालने के लिए तरह-तरह का प्रयास कर रही है.
सरकार फ्लोर टेस्ट टालने के लिए अपना रही है हथकंडे
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के फ्लोर टेस्ट से बचने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने किसानों का कर्जा माफ कर दिया होता तो शायद किसानों को आत्महत्या करने की जरूरत नहीं पड़ती. अब मुख्यमंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कह रहे हैं, लाएं लेकिन हम सिर्फ राज्यपाल के पत्र के हिसाब से कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.
बंधक विधायक कांग्रेस के वो खुद खोजे
कांग्रेस के बंधक 16 विधायकों के सवाल पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो 16 विधायक बंधक वो सभी कांग्रेस के हैं, उसे लेकर हम क्या कर सकते हैं. कांग्रेस अपने विधायक कुद खोजकर लेकर लाए और सरकार के पास यदि बहुमत है तो उसे साबित करे.