भोपाल। यूं तो पूरे भारतवर्ष में आजादी की 75वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है. स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं, लेकिन भोपाल की युवाओं ने देश को एक अनोखा संदेश दिया है. राजधानी में शहीदों को सलामी देते हुए एक युवक ने अपने शरीर भारत के नक्शे की डिजाइन में शहीदों के नाम का टैटू गुदवाया है. इस टैटू में एक हजार से ज्यादा शहिदों के नाम है. टैटू बनवाने और टैटू बनाने वाले आर्टिस्ट का नाम Golden Book Of Records में भी दर्ज किया गया है. टैटू बनाने में 6 घंटे का समय लगा है.
![young man got names of a thousand martyrs written on body](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bho-15aug-special-pkg-10058_14082021171038_1408f_1628941238_581.jpg)
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए गुदवाए नाम
टैटू बनवा रहे नीरज पाटीदार अपने शरीर पर सबसे अधिक नाम के टैटू बनवाने का रिकॉर्ड दर्ज करवाया हैं. नीरज का कहना है कि देश के लिए शहीद हुए जवानों के श्रद्धांजलि के रूप में यह नाम शरीर पर लिखवा रहे हैं. जवानों के लिए कुछ करने का जज्बा लंबे समय से था. लेकिन भाई की प्रेरणा से शरीर पर टैटू के रूप में लिखवा कर सच्ची सलामी दे रहे हैं.
पिछले 2 साल से टैटू बनाने की कर रहे तैयारी
नीरज के ही भाई महेंद्र पाटीदार और उनकी साथी मलिका चौहान इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए पिछले 2 साल से लगातार मेहनत कर रहे हैं. इसके लिए वे कई लोगों के शरीर पर टैटू बनाने के साथ अन्य जगह पर प्रैक्टिस करते रहे हैं. इसको लेकर करीब 6 से 8 घंटे में इस रिकॉर्ड को पूरा करने लक्ष्य रखा था है, जो अब ग्लोबल वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो रहा है. इससे पहले 2013 मे 12 घंटे में 12 लोगों ने मिलकर 800 टैटू बनाए थे.
जन्म भूमि के स्थान पर की शहीदों का नाम
महेंद्र पाटीदार और मलिका चौहान ने शहीदों के नाम लिखने के लिए विशेष रुप से तैयारी की है. उन्होंने शौर्य स्मारक और अन्य जगहों से जानकारी जुटाकर शहीदों का नाम देश के नक्शे के अनुसार उसी जगह पर लिखा है, जहां शहीद की जन्मभूमि रही है. इसको लेकर विशेष रूप से डाटा इकट्ठा किया गया है. इसमें 1947 से लेकर 2021 तक शहीदों का नाम जोड़ा गया है.
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अपने आप में एक अनोखा रिकॉर्ड
ग्लोबल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से आए अधिकारी आलोक कुमार का कहना है कि यह अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड है. जिसमें यह एक या 2 दिन से नहीं 2 सालों से मेहनत कर रहे हैं. केवल 6 घंटे के अंदर इतने अधिक नामों को शरीर पर लिखना, अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है. जिसे यह दोनों युवा मिलकर पूरा करा हैं.