भोपाल: मध्य प्रदेश में मॉनसून के कमजोर होने के बाद भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा और सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई है. हालांकि, इस बार यह बारिश सेंटीमीटर में दर्ज नहीं हुई है. इसे मिलीमीटर में दर्ज किया गया है. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश भीमपुर में 17 मिमी दर्ज की गई है. मौसम विभाग का मानना है कि "अभी प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन स्थानीय स्तर पर बने वेदर सिस्टम की वजह से कहीं-कहीं इस तरह की बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती हैं.
एमपी में मॉनसून पर रोक: मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में इस समय न तो किसी तरह का कोई मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय है और न ही किसी तरह की कोई टर्फ लाइन प्रदेश से होकर गुजर रही है. इसके साथ ही किसी भी प्रकार का कोई साइक्लोनिक सिस्टम भी प्रदेश में या प्रदेश के आसपास के राज्यों में सक्रिय नहीं है, जिसके चलते मॉनसून की गतिविधियों में अचानक रोक लग गई है. प्रदेश में अभी 14 अगस्त तक कोई नया वेदर सिस्टम सक्रिय होने की संभावना नहीं है.
एमपी में कोई भी रेड और ऑरेंज अलर्ट नहीं: ऐसे में प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन और रात के तापमान में वृद्धि दर्ज की जाएगी. तापमान में वृद्धि होने के कारण लोकल वेदर सिस्टम के चलते हल्की बूंदा-बांदी व मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है. मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के किसी भी जिले में बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया गया है. प्रदेश में अगले 24 घंटों में डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सीहोर, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, उज्जैन, रतलाम और देवास में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.