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MP Vindhya Politics: BJP का विंध्य में डैमेज कंट्रोल, जमीन मजबूत करने के लिए अर्जुन सिंह का सहारा !

विध्य में जमीन मजबूत करने के लिए शिवराज सिंह ने एक ऐसा दांव खेला है, जो शायद आने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है. RSS के घोर विरोधी कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण BJP सरकार के द्वारा किया जाना कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध का काम कर सकता है.

MP Vindhya Politics
BJP का विंध्य में डैमेज कंट्रोल
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Published : Mar 11, 2023, 7:17 PM IST

Updated : Mar 11, 2023, 7:23 PM IST

भोपाल। सीएम शिवराज के कार्यकाल में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण होना, क्या ये केवल राजनीतिक सह्रदयता का संदेश था या फिर कुछ और. चुनावी साल को सोच कर बड़ा इवेंट कर गुजरने वाली शिवराज सरकार जिसकी 2018 के चुनाव में विंध्य में मजबूत पकड़ थी निकाय चुनाव में वहां का सियासी रुझान बदलता देखा है. इसलिए ये शायद उसी विंध्य की जमीन को मजबूत करने की कवायद है या फिर अपनी ही पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने जिस ढंग से इसे मुद्दा बनाया विंध्य में वो असर न दिख जाए चुनावी साल में उसका डैमेज कंट्रोल है.

MP Vindhya Politics
BJP का विंध्य में डैमेज कंट्रोल

आरएसएस विरोधी नेता का बीजेपी सरकार में मान : पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में तो होती ही है. मध्यप्रदेश के दायरे में वे एक ऐसे नेता के तौर पर पहचान रखते हैं जिनके देहावसान के बाद भी उनका पूरे विंध्य इलाके में सम्मान और समर्थन है. इस लिहाज से देखिए तो आरएसएस के कट्टर विरोधी रहे और जिन्होंने केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रहते हुए आरएसएस और बजरंग दल पर नियंत्रण की बात की थी उन अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण बीजेपी की सरकार में समारोहपूर्वक होना संघ की विचारधारा में सवाल की तरह आना लाजिमी है. तो क्या शिवराज राजनीति की उसी राह पर हैं जिसे उनकी पहचान कहा जाता है. बड़े दिल के साथ बड़े लक्ष्य की राजनीति. क्या ये दांव निकाय चुनाव में विंध्य में लगे झटके को समय रहते संभाल लेने का दांव है. विंध्य में तीन नगर निगम आते हैं जिसमें से सतना में केवल बीजेपी का मेयर बना बाकी सिंगरौली में आम आदमी पार्टी और रीवा में कांग्रेस के मेयर ने चुनाव जीता.

ये भी पढ़े:

  1. Maihar BJP MLA नारायण त्रिपाठी की सरकार को चुनौती, 4 मार्च को भोपाल में कराएंगे विंध्य के लोगों का जमावड़ा
  2. अलग विंध्य प्रदेश की मांग करने वाले बीजेपी MLA नारायण त्रिपाठी की अपील, घर के बाहर दिया जलाएं और सुंदरकांड का पाठ करें लोग
  3. विंध्य को लगेंगे विकास के पंख, एयरपोर्ट की सौगात देने रीवा पहुंचेंगे सिंधिया-शिवराज

लंबे वक्त क्यों अटका मूर्ति का अनावरण : कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की मूर्ति का अनावरण लंबे समय से अटका हुआ था. पहले हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के अनुपालन में शहर की प्रमुख सड़क फुटपाथ और चौराहे पर प्रतिमाएं स्थापित करने की अनुमति नहीं दी थी. इस वजह से भी ये अनावरण टलता रहा. लेकिन चुनावी साल में इसे मुद्दा बीजेपी के ही विधायक नारायण त्रिपाठी ने बनाया, उन्होंने सीएम शिवराज को इस संबध में चिट्ठी लिखी जिसमें मांग रखी कि चार मार्च के पहले प्रतिमा का अनावरण हो जाना चाहिए. बेशक ये नारायण त्रिपाठी के दबाव का असर कहीं से नहीं था, लेकिन शिवराज ने बड़ी खूबी से कांग्रेस से आने वाले विंध्य के सबसे बड़े नेता को मान देकर चुनावी सियासत में एक मजबूत दांव खेला है.

भोपाल। सीएम शिवराज के कार्यकाल में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण होना, क्या ये केवल राजनीतिक सह्रदयता का संदेश था या फिर कुछ और. चुनावी साल को सोच कर बड़ा इवेंट कर गुजरने वाली शिवराज सरकार जिसकी 2018 के चुनाव में विंध्य में मजबूत पकड़ थी निकाय चुनाव में वहां का सियासी रुझान बदलता देखा है. इसलिए ये शायद उसी विंध्य की जमीन को मजबूत करने की कवायद है या फिर अपनी ही पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने जिस ढंग से इसे मुद्दा बनाया विंध्य में वो असर न दिख जाए चुनावी साल में उसका डैमेज कंट्रोल है.

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BJP का विंध्य में डैमेज कंट्रोल

आरएसएस विरोधी नेता का बीजेपी सरकार में मान : पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में तो होती ही है. मध्यप्रदेश के दायरे में वे एक ऐसे नेता के तौर पर पहचान रखते हैं जिनके देहावसान के बाद भी उनका पूरे विंध्य इलाके में सम्मान और समर्थन है. इस लिहाज से देखिए तो आरएसएस के कट्टर विरोधी रहे और जिन्होंने केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रहते हुए आरएसएस और बजरंग दल पर नियंत्रण की बात की थी उन अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनावरण बीजेपी की सरकार में समारोहपूर्वक होना संघ की विचारधारा में सवाल की तरह आना लाजिमी है. तो क्या शिवराज राजनीति की उसी राह पर हैं जिसे उनकी पहचान कहा जाता है. बड़े दिल के साथ बड़े लक्ष्य की राजनीति. क्या ये दांव निकाय चुनाव में विंध्य में लगे झटके को समय रहते संभाल लेने का दांव है. विंध्य में तीन नगर निगम आते हैं जिसमें से सतना में केवल बीजेपी का मेयर बना बाकी सिंगरौली में आम आदमी पार्टी और रीवा में कांग्रेस के मेयर ने चुनाव जीता.

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लंबे वक्त क्यों अटका मूर्ति का अनावरण : कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की मूर्ति का अनावरण लंबे समय से अटका हुआ था. पहले हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के अनुपालन में शहर की प्रमुख सड़क फुटपाथ और चौराहे पर प्रतिमाएं स्थापित करने की अनुमति नहीं दी थी. इस वजह से भी ये अनावरण टलता रहा. लेकिन चुनावी साल में इसे मुद्दा बीजेपी के ही विधायक नारायण त्रिपाठी ने बनाया, उन्होंने सीएम शिवराज को इस संबध में चिट्ठी लिखी जिसमें मांग रखी कि चार मार्च के पहले प्रतिमा का अनावरण हो जाना चाहिए. बेशक ये नारायण त्रिपाठी के दबाव का असर कहीं से नहीं था, लेकिन शिवराज ने बड़ी खूबी से कांग्रेस से आने वाले विंध्य के सबसे बड़े नेता को मान देकर चुनावी सियासत में एक मजबूत दांव खेला है.

Last Updated : Mar 11, 2023, 7:23 PM IST
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