भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरूआत सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण से होगी. राज्य सरकार का बजट विधानसभा में 1 मार्च को प्रस्तुत किया जाएगा, इसके एक दिन बाद 28 फरवरी को लेकर प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. 27 मार्च तक चलने वाले विधानसभा सत्र को लेकर विधायकों ने पक्ष-विपक्ष को घेरने के लिए 3 हजार 704 सवाल लगाए हैं. कांग्रेस विधायक सड़क, बिजली, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, गौशालाओं के मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष को घेरेगी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू होगा सत्र: विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल मंगू भाई पटेल का अभिभाषण होगा, अपने अभिभाषण में राज्यपाल राज्य सरकार की योजनाओं और उनकी उपलब्धियों को गिनाएंगे. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की जाएगी, सत्र के दूसरे दिन प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. 1 मार्च में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्तुत करेंगे. इस बार बजट डिजीटल तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा, वित्त मंत्री टेबलेट पर बजट को पढेंगे, साथ ही विधायकों को भी टेबलेट में बजट की कॉपी सौंपी जाएगी.
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विधायकों ने सौंपे 3704 सवाल: उधर कांग्रेस ने सदन में सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कानून व्यवस्था, गौशाला, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे को लेकर कई सवाल पूछे हैं. वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष को जवाब देने की पूरी तैयारी की है. 13 दिन के सत्र के लिए विधायकों ने 3 हजार 704 सवाल लगाए हैं, इनमें 1849 सवाल तारांकित और 1855 अतारांकित हैं. इसके अलावा विधानसभा के बजट सत्र के लिए इस बार 171 ध्यानाकर्षण भी लगाए गए हैं, जिसमें विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को सरकार के सामने रखेंगे. सत्र के लिए तीन स्थगन प्रस्ताव और 24 शून्यकाल की सूचनाएं भी आई हैं.
पहली बार ऑफलाइन सवाल ज्यादा पूछे गए: विधानसभा सत्र में विधायकों के लिए सवाल पूछने के लिए 2016 से ऑनलाइन सवाल लगाने की व्यवस्था शुरू की गई थी, लेकिन यह पहला मौका है जब आधे से ज्यादा विधायकों ने ऑनलाइन सवाल पूछे हैं. विधायकों ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन सवाल पूछने में रूचि दिखाई है.