भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही शिवराज सरकार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर कार्यक्रम आयोजित करें, लेकिन दूसरी और 800 से अधिक चयनित शिक्षक अभी भी नियुक्ति की मांग को लेकर सड़कों पर हैं, इन्होंने अब सरकार के खिलाफ गांधीगिरी का रास्ता अपना लिया है. भोपाल सहित प्रदेश भर में हर जिला शिक्षा अधिकारी के मुख्यालय के बाहर यह सभी गांधीगिरी करते हुए अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं, इसके साथ ही इन्होंने भगवत गीता का पाठ भी करवाना शुरू कर दिया है. चयनित शिक्षकों का कहना है कि "किसी तरह तो सरकार में बैठे अधिकारियों को सद्बुद्धि आए और वह उनकी मांगों का निराकरण कर सके." खंडवा के रहने वाले शिक्षक जीवन कहते हैं कि "हमने हर तरह से अपना आंदोलन कर लिया, लेकिन अभी भी शिक्षा विभाग में बैठे अधिकारियों को सद्बुद्धि नहीं आई है. ऐसे में अब यह गांधीगिरी का रास्ता अपना रहे हैं."
चयनित शिक्षक का सरकार पर आरोप: चयनित शिक्षक रक्षा जैन का आरोप है कि "वर्ग 3 के 6400 अभ्यर्थियों मे से 5400 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बाटने का कार्यक्रम सरकार कर चुकी है और 800 चयनित (OBC) अभ्यर्थी जिनके नियुक्ति आदेश बिना किसी कारण के रोक लिए गये हैं, वो सड़क पर बैठे है और कोई इनकी बात सुनने को तैयार नही है. इसी को लेकर इन्होंने बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बाद शिक्षकों का विरोध बढ़ता देख भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इनसे मिलने पहुंचे थे और उनकी बात को सुना था. यहां वीडी शर्मा ने इनको आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम वह करेंगे और कम से भी इनको मिलवाया जाएगा. जिसके बाद चयनित शिक्षक बीजेपी कार्यालय के बाहर से रवाना हुए थे, लेकिन अगले दिन ही भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन करने के चलते कई शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज सरकार ने करवा दी थी, यह सरकार की दोहरी नीति को उजागर करता है."
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आने वाले समय में क्या होगा शिक्षकों का भविष्य: चयनित शिक्षक रत्नेश नामदेव का कहना है कि "वर्ग 3 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के चयनित अभ्यर्थी है, जिनका अंतिम चयन होने एवं जिला आवंटन होने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्ति आदेश बिना किसी कारण के रोक दिये गये हैं. इन्हें अगर अभी नियुक्ति पत्र नहीं दिए जाते तो आने वाले समय में उनके भविष्य का क्या होगा, क्योंकि इनके अन्य साथियों को नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं. जबकि यह क्यों बचे हैं ये समझ में नहीं आ रहा. ऐसे में अब हमने गांधीगिरी का सहारा लेते हुए भजन शुरू किए हैं और हम भगवत गीता का पाठ भी कर रहे हैं."