भोपाल। Tokyo Olympics 2020 में देश के लिए पदक जितने वाले मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए बुधवार को प्रदेश सरकार ने सम्मान समारोह आयोजित किया. सम्मान समारोह में शामिल हुई मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने ETV Bharat से अपनी जिंदगी का एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि जब वह छोटी थी, तो खेलों में जाना चाहती थी. लेकिन राजमाता सिंधिया उनको कहा करती थी कि खेलों में जाओगी तो हड्डी टूट जाएगी. हड्डी टूट गई तो शादी कैसे होगी? मंत्री सिंधिया ने कहा कि मेरा सपना था खेलों में आगे बढ़ने का. ऐसे में जब मेरे हाथ में विवेक सागर का ओलंपिक पदक आया, तो मैं भावुक हो गई.
एयरपोर्ट पर भावुक हो गई थी यशोधरा राजे सिंधिया
हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर जैसे ही भोपाल पहुंचे थे, तो खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया उन्हें एयरपोर्ट लेने पहुंची. इस दौरान यशोधरा राजे सिंधिया की आंखों से आंसू भी निकले और वह भावुक हो गई. इस बारे में सिंधिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि मैं बचपन से ही खेलों में जाना चाहती थी. लेकिन राजमाता सिंधिया उन्हें खेलों में जाने से रोकती थी.
यशोधरा राजे सिंधिया घुड़सवारी करती थी. राजमाता उन्हें कहती थी कि अगर हड्डी टूट जाएगी तो तूम्हारी शादी कैसे होगी? लेकिन वह खेलों के प्रति हमेशा से अग्रसर रही. ऐसे में उनके हाथ में जब ओलंपिक का यह पदक आया, तो वह भावुक हो उठी. उनको ऐसा लगा जैसे उनका सपना पूरा हुआ है. और वह अपनी भावनाओं को रोक न सकी. इंटरव्यू के दौरान भी बातें करते हुए यशोधरा राजे सिंधिया भावुक हो गई.
खेल विभाग खिलाड़ियों के लिए कर रहा काम
खेल मंत्री यशोधरा राजे ने बताया कि जब से वह खेल मंत्री बनी है, तमाम चैंपियनशिप में खिलाड़ी पदक लेकर आए हैं. लेकिन ओलंपिक में पदक उनके कार्यकाल में नहीं आ पाया था. ऐसे में यह पदक उनके कार्यकाल में आया है. जिसको लेकर उनको बेहद खुशी है. उन्होंने बताया कि लगातार खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए खेल विभाग काम कर रहा है. जिस तरह से भारतीय टीम और विवेक सागर ने परफॉर्मेंस किया है, निश्चित तौर पर उससे पूरे देश को गर्व है.
समारोह में इन प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के साथ ही उनके माता-पिता का भी सम्मान किया. इसी के साथ मुख्यमंत्री ने विवेक के सहायक कोच शिवेन्द्र सिंह और ऐश्वर्य प्रताप सिंह का भी सम्मान किया. खरगोन जिले के ऐश्वर्य शूटिंग में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी और प्रख्यात हॉकी प्रतिभा मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक कुमार ध्यानचंद का भी सम्मान किया. अशोक कुमार ने विवेक सागर को भी प्रशिक्षण दिया है. मुख्यमंत्री ने इन्हें दस लाख रुपये की सम्मान निधि भेंट की.
पैरा ओलंपिक में भी मध्य प्रदेश के खिलाड़ी
टोक्यो में इसी वर्ष हो रहे पैरा ओलंपिक में भी मध्य प्रदेश में प्रशिक्षित दो प्रतिभाएं हिस्सा ले रही हैं. कयाकिंग में भिंड जिले की प्राची यादव और हाई जम्प में शरद कुमार हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री ने इनका भी सम्मान किया.